नई दिल्ली: आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) के जांच समन्वयक स्टीव रिचर्डसन कथित पिच फिक्सिंग विवाद की जांच के लिये आज पुणे पहुंच गये. इस विवाद के कारण क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर को बर्खास्त कर दिया गया था.


महाराष्ट्र के पूर्व तेज गेंदबाज सालगांवकर को एक स्टिंग आपरेशन में सट्टेबाज के तौर पर गये इंडिया टुडे समाचार चैनल के दो पत्रकारों के साथ बात करते हुए दिखाया गया है. इन दोनों को उन्होंने मैच पिच तक आने की भी अनुमति दी.


बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘आईसीसी के शीर्ष एसीएसयू अधिकारी स्टीव रिचर्डसन आज पुणे पहुंच गये हैं. वह बीर सिंह (भारत . न्यूजीलैंड श्रृंखला के लिये नियुक्त किये गये आईसीसी एसीयू अधिकारी) के साथ मिलकर जांच करेंगे. उन्होंने सालगांवकर से बात कर ली है और इंडिया टुडे के दो पत्रकारों के साथ भी बात करेंगे जिन्होंने स्टिंग किया था. ’’


बीसीसीआई अधिकारी से पूछा गया कि क्या यह पूछताछ होगी, उन्होंने कहा,‘‘नहीं, उनसे सिर्फ कुछ सवाल पूछे गये. पूछताछ कड़ा शब्द होगा. उन्हें बीसीसीआईऔर राज्य संघ ने बर्खास्त कर दिया है और जांच लंबित है. अभी उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है. रिचर्डसन जब अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे उसके बाद ही आईसीसी फैसला करेगी.’’ यह घटना भी गाले क्यूरेटर जयनंदा वर्णवीरा जैसी ही है जिन्हें आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक संहिता का उल्लंघन करने पर तीन साल के निलंबित कर दिया गया था.


यह पता चला है कि आईसीसी पिच क्यूरेटरों को भ्रष्टाचार निरोधक शिक्षा के तहत लाने की कोशिश कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो.