सौजन्य: ICC (TWITTER)

बर्मिंघम: चैम्पियंस ट्रॉफी में पहला मैच भारत से हारने के बाद पाकिस्तान की टीम ने अपने दूसरे मैच में साउथ अफ्रीका को डकवर्थ लुईस नीयम के आधार पर 19 रनों से मात दे दी.


दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 220 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने 27 ओवरों में तीन विकेट पर 119 रन बना लिए थे जब बारिश के कारण मैच रोकना पड़ा.


शोएब मलिक 16 और बाबर आजम 31 रन बनाकर क्रीज पर थे. पाकिस्तान को टूर्नामेंट में बने रहने के लिये यह मैच हर हालत में जीतना ही था.


मैच में पाकिस्तान ने तीन विकेट गंवाए जिसमें, अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेल रहे फखर जमान (31), अजहर अली (9) मोहम्मद हफीज (26) शामिल रहे. यह तीनों विकेट मोर्ने मॉर्केल ने लिए. फखर को 40 के कुल स्कोर पर आउट कर मॉर्केल ने अपनी टीम को पहली सफलता दिलाई. एक रन बाद मॉर्केल ने अली को आउट किया.


पहले दो विकेट जल्दी गिरने के बाद आजम और हफीज ने तीसरे विकेट के लिए 52 रन जोड़े और टीम को संभाला लेकिन, 93 के कुल स्कोर पर हफीज का विकेट गिरने के बाद वह एक बार फिर संकट में आ गई थी.


इससे पहले पाकिस्तानी गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को रन नहीं बनाने दिए और टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका को पूरे 50 ओवर खेलने के बाद आठ विकेट पर 219 के मामूली स्कोर तक सीमित कर दिया.


दक्षिण अफ्रीका का इस स्कोर तक भी पहुंचना मुश्किल था लेकिन डेविड मिलर ने 104 गेंदों में एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 75 रनों की पारी खेल टीम को इस स्कोर तक पहुंचाया.


पाकिस्तान के सबसे सफल गेंदबाज हसन अली रहे. उन्होंने अपने आठ ओवरों में एक मेडन डालते हुए 24 रन देकर तीन विकेट लिए. इमाद वसीम ने आठ ओवरों में महज 20 रन दिए और दो विकेट लिए. जुनैद खान को भी दो विकेट मिले. मोहम्मद हफीज को एक सफलता मिली.


दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत बेहद धीमी रही. क्विंटन डी कॉक (33) और हाशिम अमला (16) की सलामी जोड़ी पहले विकेट के लिए 8.2 ओवरों में सिर्फ 40 रन ही जोड़ सकी. वसीम ने अमला को एलबीडब्ल्यू आउट कर पाकिस्तान को पहली सफलता दिलाई.


यहां से दक्षिण अफ्रीकी टीम लगातार अंतराल पर विकेट खोने लगी. अमला के बाद डीकॉक 60 के कुल स्कोर पर मोहम्मद हफीज का शिकार बने. टीम के खाते में एक रन ही जुड़ा था कि अब्राहम डिविलियर्स को वसीम ने खाता भी नहीं खोलने दिया और हफीज के हाथों उन्हें कैच करा पाकिस्तान को बड़ी सफलता दिलाई.


दक्षिण अफ्रीका ने 118 के कुल स्कोर तक आते-आते अपने छह विकेट खो दिए थे. फाफ डु प्लेसिस (26), ज्यां पॉल ड्यूमिनी (8), व्येन पार्नेल बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे.


क्रिस मॉरिस (28) और डेविड मिलर ने सातवें विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी कर टीम को बचाने की कोशिश की लेकिन यह जोड़ी टीम को आगे ले जा पाती, इससे पहले जुनैद ने मॉरिस की पारी का अंत किया.


मिलर को अंत में कागिसो रबाडा (26) का साथ मिला. दोनों ने आठवें विकेट के लिए 48 रन जोड़े. रबाडा ने 23 गेंदों की पारी में दो चौके लगाए. वह 213 के कुल स्कोर पर जुनैद का शिकार बने.