कोरोना वायरस की वजह से क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाली गेंद पर सलाइवा के इस्तेमाल को लेकर बहस छिड़ी हुई थी. आईसीसी ने साफ कर दिया है कि क्रिकेट जब दोबारा शुरू होगा तो गेंद पर सलाइवा का इस्तेमाल नहीं होगा. अनिल कुंबले की अगुवाई वाली आईसीसी की कमेटी ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया है.
सलाइवा और पसीने का इस्तेमाल गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए करते हैं, जिससे उन्हें रिवर्स स्विंग हासिल करने में मदद मिलती है. हालांकि कोरोना वायरस फैलने के डर को देखते हुए गेंद पर सलाइवा के इस्तेमाल को लेकर रोक की मांग चल रही थी.
अनिल कुंबले की अगुवाई वाली आईसीसी क्रिकेट कमेटी ने आईसीसी मेडिकल टीम की सलाह मानते हुए गेंद पर सलाइवा के इस्तेमाल को लेकर रोक लगा दी है. आईसीसी के रोक लगाने के फैसले से पहले ही ईशांत शर्मा समेत अधिकतर खिलाड़ी यह कह चुके थे कि वह गेंद चमकाने के लिए सलाइवा का इस्तेमाल नहीं करेंगे.
अनिल कुंबले ने कहा, ''हम बेहद ही मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं. जो भी सलाह आज दी गई है वह क्रिकेट की दोबारा वापसी में बचाव को लेकर उठाया गया कदम है. खेल में शामिल होने वाले सभी लोगों की हेल्थ की सुरक्षा की जानी चाहिए.''
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि क्रिकेट की दोबारा वापसी कब होगी. जुलाई में पाकिस्तान ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेलने पर रजामंदी दी है. ऐसे कयास हैं कि इसी सीरीज से इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट की वापसी हो सकती है.
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