ICC के निशाने पर पाकिस्तान, पिच से लेकर होटल तक की होगी जांच; चैंपियंस ट्रॉफी के लिए गठित हुई पांच सदस्यीय टीम
ICC Delegation in Pakistan: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए आईसीसी एक पांच सदस्यीय टीम को पाकिस्तान भेज रहा है.
ICC Delegation to meet Pakistan officials: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर तैयारियां कैसी हैं, मैदानों की मरम्मत का काम कब तक चलेगा और भी कई अन्य विषयों को लेकर आईसीसी के कुछ अधिकारी पाकिस्तान में आने वाले हैं. क्रिकबज के अनुसार मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पांच लोग पाकिस्तान में लैंड करने वाले हैं. ये पांच अधिकारी अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों की समीक्षा करेंगे और उनकी पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी से मुलाकात भी संभव है.
आईसीसी से आ रही टीम मैदानों की समीक्षा, अभ्यास के लिए सुविधाओं को देखेगी. इसके अलावा पाकिस्तान में खिलाड़ियों के लिए होटल में ठहरने की सुविधा कैसी होगी, इस विषय पर भी खासा ध्यान दिया जाएगा. पांच अधिकारियों की टीम होटलों में जाकर वहां के मैनेजमेंट से भी मिलेगी कि आखिर खिलाड़ियों को ठहरने के बाद कैसी सुविधाएं दी जाएंगी.
आईसीसी की टीम सबसे पहले कराची में दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लेगी, उसके बाद टीम 20 सितंबर को इस्लामाबाद जाएगी और सप्ताह के अंत में लाहौर में दी जाने वाली सुविधाओं कि समीक्षा करेगी. 21 सितंबर को सभी अधिकारी वापस लौट आएंगे. आईसीसी द्वारा भेजी गई टीम में सीनियर इवेंट मैनेजर से लेकर अन्य इवेंट मैनेजर, सिक्योरिटी मैनेजर, प्रोडक्शन मैनेजर और क्रिकेट के जनरल मैनेजर शामिल होंगे.
सुरक्षा व्यवस्था की जांच
पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था की जांच भी किए जाने की खबर है. आईसीसी के सिक्योरिटी मैनेजर डेविड मकर, हेड ऑफ इवेंट्स क्रिस टेटली और अंतर्राष्ट्रीय बोर्ड में पिचों के सलाहकार एंडी एट्किंसन अप्रैल महीने से अब तक कुल 3 मौकों पर पाकिस्तान का दौरा कर चुके हैं. चूंकि पाकिस्तान में पहले भी बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, ऐसे में बोर्ड सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की ढील नहीं देना चाहता.
बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए कराची, लाहौर और इस्लामाबाद में स्थित तीनों बड़े मैदानों को वर्ल्ड-क्लास सुविधाओं से लैस किए जाने का प्रयास हो रहा है. मगर पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा मैदानों में करवाया जा रहा निर्माण कार्य तय समय से पीछे है.
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