दुबई: हाल ही में श्रीलंका दौरे पर गई भारतीय टीम ने शानदार खेल का प्रर्दशन किया था. श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया ने टेस्ट और टी-20 में क्लीनस्वीप के साथ वनडे में भी 5-0 से जीत दर्ज की थी लेकिन आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधी संस्था ने श्रीलंका के लचर प्रर्दशन को लेकर शक जाहिर कर जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया है कि कोई विशिष्ट सीरीज जांच के दायरे में है या नहीं.


 


वैश्विक संस्था ने बयान में कहा है कि आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) ने हाल में जांच के हिस्से के तौर पर देश का दौरा किया था.


 


आईसीसी के एसीयू महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने बयान में कहा, ‘‘आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई क्रिकेट में ईमानदारी को बरकरार रखने के लिए काम करती है और इसमें उन जगहों पर जांच करना भी शामिल है जहां ऐसा करने के लिए तर्कसंगत आधार है.’’ श्रीलंका ने जिंबाब्वे के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज 2-3 से गंवा दी थी जबकि भारत के खिलाफ तीन टेस्ट, पांच वनडे और एक टी20 मैच में उसे क्लीनस्वीप का सामना करना पड़ा था.


 


विक्रमसिंघे ने लोकल टेलीविजन चैनल पर इंटरव्यू के दौरान 40 अनुबंधित खिलाड़ियों की तुरंत जांच की मांग की थी जिसके एक दिन बाद आईसीसी का यह बयान अया है. आईसीसी ने कहा, ‘‘फिलहाल श्रीलंका में आईसीसी (एसीयू) की जांच चल रही है. स्वाभाविक है कि इसके हिस्से के तौर पर हम कई लोगों से बात कर रहे हैं.’’ 


 


उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा जांच पर हम आगे कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. अगर किसी के पास ऐसी कोई सूचना है जो एसीयू की जांच में मदद कर सकती है तो हम उनसे अपील करते हैं कि हमारे संपर्क में रहें.’’ श्रीलंका क्रिकेट के सूत्रों के अनुसार आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के कम से कम तीन सदस्यों ने श्रीलंका आकर क्रिकेट अधिकारियों से मुलाकात की.


 


उन्होंने श्रीलंका टीम के सदस्यों से भी मुलाकात की जिन्हें इस हफ्ते यूएई रवाना होना है जहां पाकिस्तान के खिलाफ दो टेस्ट, पांच वनडे और तीन टी20 मैचों की सीरीज खेलनी है.


 


विक्रमसिंघे ने हालांकि बाद में बयान जारी करके कहा, ‘‘मैंने कभी भी खिलाड़ियों के खिलाफ आरोप नहीं लगाए, मैंने सिर्फ अटकलों की जांच करने को कहा था.’’ श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने कहा था कि खिलाड़ियों ने विक्रमसिंघे के आरोपों पर नाखुशी जताई है और इन्हें आधारहीन, अपमानजनक और पीड़ादायक बताते हुए इन्हें खारिज किया है.


 


कप्तानों दिनेश चांदीमल और उपुल थरंगा सहित खिलाड़ियों ने एसएलसी से अपील की थी कि वह विक्रमसिंघे को तलब करके तुरंत जांच शुरू करे क्योंकि इन आरोपों ने उन सभी की प्रतिष्ठता को नुकसान पहुंचा है.


 


एसएलसी ने हालांकि यह नहीं बताया कि उसने विक्रमसिंघे के खिलाफ जांच शुरू की है या नहीं.


 


विश्व कप 1996 जीतने वाली श्रीलंका की टीम के सदस्य विक्रमसिंघे ने देश के लिए 40 टेस्ट और 134 वनडे मैच खेले हैं. इससे पहले श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने भी जुलाई में मुंबई में 2011 विश्व कप फाइनल में भारत के खिलाफ टीम की हार की जांच की मांग की थी.