कोरोना वायरस की वजह से क्रिकेट टूर्नामेंट्स बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. वायरस के कहर की वजह से आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के भविष्य पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. हालांकि अब आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का कार्यक्रम दोबारा बनाने पर विचार कर सकता है. आईसीसी ने पिछले साल अगस्त में एशेज सीरीज के साथ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत की थी जिसका फाइनल लॉर्डस मैदान पर जून 2021 में खेला जाना है.


आईसीसी के एक अधिकारी ने कहा कि कोरोनावायरस का टेस्ट चैम्पियनशिप पर क्या असर पड़ेगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर कार्यक्रम में बदलाव करने की जरूरत पड़ी तो ऐसी स्थिति में विकल्पों को देखा जा रहा है.


जरूरत पड़ने पर होगा बदलाव


अधिकारी ने कहा, "हम टूर्नामेंट्स की रणनीति का काम जारी रखे हुए हैं. लेकिन हम काम को जारी रखने की रणनीति भी बना रहे हैं जो हमें इस समय के बदलते माहौल में मदद करेगी. इसमें इस महामारी के कारण हम उन सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं जो हमारे सामने हैं. अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है."


इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा कि इसके लिए टीम प्रयास की जरूरत है वो सिर्फ आईसीसी से नहीं बल्कि सभी सदस्यों से. अधिकारी ने कहा, "सबसे पहले सभी को अपने आंतिरक मुद्दों पर काम करना होगा. जब तक सभी लोग मिलकर काम नहीं करते तब तक कुछ भी हल नहीं हो सकता, इसमें सभी बोर्ड शामिल हैं. यह महामारी निश्चित तौर पर आईसीसी और उनके नेतृत्व की परीक्षा लेगी."


इंडिया है नंबर वन


आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप की बात करें तो इंडियन क्रिकेट टीम अब तक 9 टेस्ट मैचों में 360 प्वाइंट्स के साथ नंबर वन बनी थी. इंडिया के बाद प्वाइंट्स टेबल में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का दूसरे-तीसरे पायदान पर हैं.


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