आईसीसी के अगले चेयरमैन को लेकर बहस फिर से तेज हो गई है. शशांक मनोहर ने बुधवार को आईसीसी चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया. शंशाक मनोहर ने 2015 में आईसीसी के चेयरमैन का पद संभाला था. आईसीसी बोर्ड अगले हफ्ते तक नए चेयरमैन के चुनाव की प्रक्रिया को मंजूरी दे सकता है. हालांकि चुनाव को मंजूरी आईसीसी की पिछली बोर्ड मीटिंग में ही दी जानी थी, लेकिन किसी वजह से ऐसा नहीं हो पाया.


इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के पूर्व चेयमैन कोलिन ग्रेव्स आईसीसी अध्यक्ष बनने के सबसे बड़े दावेदार उभरकर सामने आए हैं. लेकिन बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का दावा भी बरकरार है. सौरव गांगुली की आईसीसी अध्यक्ष के तौर पर दावेदारी काफी हद तक सुप्रीम कोर्ट पर निर्भर करती है. बीसीसीआई लोढ़ा समिति के प्रशासनिक सुधारवादी कदमों के तहत अनिवार्य ब्रेक में छूट चाहता है ताकि सौरव गांगुली अगले तीन साल के लिए बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर बने रहें.


बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर सौरव गांगुली का कार्यकाल जुलाई में पूरा हो रहा है. अगर सुप्रीम कोर्ट से छूट नहीं मिलती है तो सौरव गांगुली आईसीसी अध्यक्ष बनने की तरफ कदम बढ़ा सकते हैं.लोढ़ा समिति की सिफारिशों के चलते गांगुली लगातार तीन साल से ज्यादा बोर्ड के किसी पद पर नहीं रह सकते हैं.


आईपीएल है बीसीसीआई का मुख्य एजेंडा


शंशाक मनोहर के बारे में बात करें तो वह दो बार बीसीसीआई के अध्यक्ष रहे. उनका पहला कार्यकाल 2008 से 2011 के बीच था, जबकि दूसरी बार जगमोहन डालमिया के निधन के बाद अक्टूबर 2015 से मई 2016 के बीच उन्हें अध्यक्ष बनाया गया.


शंशाक मनोहर के इस्तीफा देने के बाद दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई की नज़रें आईसीसी के चेयरमैन पद पर होंगी. बीसीसीआई इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले वर्ल्ड कप के स्थान पर इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन के आयजोन की योजना बना रहा है. इसलिए अगर नया चेयरमैन भारत से बनता है तो बीसीसीआई के लिए इस एजेंडे को पूरा करवाने में आसानी हो सकती है.


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