मेलबर्न: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने मेलबर्न में ड्रॉ हुए चौथे एशेज क्रिकेट टेस्ट की पिच को ‘खराब’ रेटिंग दी है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पास जवाब देने के लिए दो महीने का समय है और इसके बाद संभावित सजा पर फैसला किया जाएगा.

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए इस्तेमाल हुई बेजान पिच की खिलाड़ियों और कमेंटेटरों ने आलोचना की थी और आईसीसी मैच रैफरी रंजन मदुगले ने खेल की वैश्विक संस्था को अपनी आधिकारिक रिपोर्ट में पिच को खराब रेटिंग दी है.

यह ऑस्ट्रेलिया का पहला टेस्ट मैदान है जिसे इतनी खराब रेटिंग दी गई है. मौजूदा नियमों के तहत आईसीसी की सजा आधिकारिक चेतावनी से लेकर जुर्माने तक हो सकती है. लेकिन गुरुवार से प्रभावी होने वाले नए नियमों के अनुसार आधिकारिक रूप से खराब या अनफिट रेटिंग पाने वाली पिच को डिमेरिट अंक दिए जाएंगे जो बाद में बैन का कारण बन सकते हैं.

आईसीसी ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया की भारत पर जीत के बाद भारतीय स्थल पुणे को भी खराब रेटिंग दी थी.

एमसीजी क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है और ऑस्ट्रेलिया में यहां वार्षिक बॉक्सिंग डे टेस्ट का आयोजन होता है. विश्व कप 2015 के फाइनल का आयोजन इसी मैदान पर किया गया था.

मदुगले ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘‘एमसीजी पिच पर मध्यम उछाल था लेकिन गति धीमी थी और मैच आगे बढ़ने के साथ पिच धीमी होती गई.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पांच दिनों के दौरान पिच की प्रकृति नहीं बदली और नैसर्गिक टूट फूट भी नहीं थी. ऐसी पिच बल्ले और गेंद के बीच बराबरी का मुकाबला नहीं होने देती क्योंकि यह ना तो बल्लेबाजी के अनुकूल होती है और ना ही गेंदबाजों को विकेट लेने का पर्याप्त मौका देता है.’’