Indian Cricket Team: हालिया समय में टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में भारतीय क्रिकेट टीम की गेंदबाजी पर काफी सवाल खड़े हुए थे. खास तौर से अंतिम ओवरों में भारतीय गेंदबाज काफी महंगे साबित हो रहे थे और टी20 वर्ल्ड कप से पहले भारत के लिए यह सबसे बड़ी समस्या थी. जसप्रीत बुमराह के वर्ल्ड कप से बाहर हो जाने के बाद टीम मैनेजमेंट का सिरदर्द और बढ़ गया था. हालांकि, वर्ल्ड कप में अब तक खेले दो मुकाबलों में डेथ ओवर्स में भारतीय गेंदबाजी काफी शानदार रही है.


वर्ल्ड कप से पहले क्यों चिंता का विषय थी डेथ ओवर्स की गेंदबाजी?


वर्ल्ड कप से ठीक पहले खेले गए मैचों में अंतिम पांच ओवरों में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था. यदि एशिया कप की बात करें तो पाकिस्तान के खिलाफ अंतिम पांच ओवरों में भारत ने 47 और श्रीलंका के खिलाफ अंतिम पांच ओवरों में 54 रन देते हुए मैच गंवाए थे. वर्ल्ड कप से ठीक पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई घरेलू टी20 सीरीज में तो भारतीय गेंदबाज और भी खराब प्रदर्शन करते हुए दिखे थे. इस सीरीज के अंतिम दो मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने अंतिम पांच ओवरों में 78 और 73 रन लुटा दिए थे.


वर्ल्ड कप में क्या आया है बदलाव?


वर्ल्ड कप में भारत ने अब तक दो मुकाबले खेले हैं और इन दोनों मैचों में डेथ ओवर्स में उनका प्रदर्शन पहले की अपेक्षा कहीं अच्छा रहा है. पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अंतिम पांच ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने 53 रन खर्च किए थे. पाकिस्तानी बल्लेबाज जिस तरीके से सेट थे उसे देखते हुए यह रन ठीक दिखाई पड़ते हैं. नीदरलैंड के खिलाफ अंतिम पांच ओवरों में भारतीय गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिला. इस दौरान भारतीय गेंदबाजों ने केवल 42 रन ही खर्च किए.


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