'अंपायर्स कॉल' पर ICC ने लिया बड़ा फैसला, DRS के नियम में किए तीन बदलाव
आईसीसी ने बोर्ड मीटिंग के बाद एलान किया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में अंपायर्स कॉल जारी रहेगा. साथ ही आईसीसी ने DRS के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं.
हाल ही में भारत और इंग्लैंड के खिलाफ लिमिटेड ओवर की सीरीज में अंपायर्स कॉल काफी चर्चा में रहा था. भारतीय कप्तान विराट कोहली समेत कई पूर्व और वर्तमान क्रिकेटरों ने इसे खत्म करने की बात कही थी. अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इसे लेकर बड़ा फैसला लिया है. साथ ही आईसीसी ने DRS के नियमों में भी कुछ बदलाव किए हैं.
इंटरनेशनल क्रिकेट में जारी रहेगा अंपायर्स कॉल
गुरुवार को आईसीसी ने बोर्ड मीटिंग के बाद एलान किया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में अंपायर्स कॉल जारी रहेगा. मौजूदा नियमों के अनुसार अगर अंपायर के नॉटआउट के फैसले को चुनौती दी जाती है जो उसे बदलने के लिए गेंद का 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा कम से कम एक स्टंप से टकराना चाहिए. ऐसा नहीं होने की स्थिति में बल्लेबाज नॉटआउट ही रहता है.
संचालन संस्था द्वारा बोर्ड बैठक खत्म होने के बाद जारी बयान में आईसीसी की क्रिकेट समिति के प्रमुख और पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने कहा, "अंपायर्स कॉल को लेकर क्रिकेट समिति में शानदार चर्चा हुई और इसके इस्तेमाल का विस्तृत आंकलन किया गया. डीआरएस का सिद्धांत यह है कि मैच के दौरान स्पष्ट गलतियों को दूर किया जा सके जबकि यह भी सुनिश्चित हो कि मैदान पर फैसले करने वालों के रूप में अंपायरों की भूमिका बनी रहे. अंपायर्स कॉल से ऐसा होता है और यही कारण है कि यह महत्वपूर्ण है कि यह बरकरार रहे."
हालांकि, आईसीसी ने डीआरएस और तीसरे अंपायर्स से जुड़े नियमों में तीन मामूली बदलाव किए. आईसीसी ने अपने बयान में कहा, "एल्बीडब्ल्यू के रिव्यू के लिए विकेट जोन की ऊंचाई को बढ़ाकर स्टंप के शीर्ष तक कर दिया गया है." इसका मतलब हुआ कि अब रिव्यू लेने पर बेल्स के ऊपर तक की ऊंचाई पर गौर किया जाएगा जबकि पहले बेल्स के निचले हिस्से तक की ऊंचाई पर गौर किया जाता था. इससे विकेट जोन की ऊंचाई बढ़ जाएगी.
LBW के फैसले की समीक्षा पर निर्णय लेने से पहले खिलाड़ी अंपायर से पूछ पाएगा कि गेंद को खेलने का वास्तविक प्रयास किया गया था या नहीं. बयान में कहा गया कि तीसरे अंपायर शॉर्ट रन की स्थिति में रीप्ले में इसकी समीक्षा कर पाएगा और अगर कोई गलती होती है तो अगली गेंद फेंके जाने से पहले इसे सही करेगा.
इसके साथ ही फैसला किया गया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बहाल करने के लिए 2020 में लागू किए गए अंतरिम कोविड-19 नियम जारी रहेंगे. आईसीसी ने प्रेस रिलीज़ में कहा कि समिति ने पिछले नौ महीने में घरेलू अंपायरों के शानदार प्रदर्शन पर गौर किया है लेकिन जहां भी हालात के कारण संभव हो वहां तटस्थ एलीट पैनल अंपायरों की नियुक्ति को प्रोत्साहन दिया है.
'अंपायर्स कॉल' से भ्रम की स्थिति बन रही है- कोहली
गौरतलब है कि विराट कोहली ने DRS में 'अंपायर्स कॉल' के नियम की आलोचना करते हुए इसे खत्म करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि इससे अब बहुत ज्यादा भ्रम की स्थिति बन रही है. दरअसल, कोहली का कहना था कि LBW के अपील के समय अगर बॉल स्टंप पर लग रही हो तो उसे आउट देना चाहिए. भले ही चाहे गेंद का कुछ ही हिस्सा स्टंप से टकरा रहा हो.
जानिए क्या होता है पायर्स कॉल
हालांकि, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के मौजूदा नियमों के हिसाब से LBW के अपील के समय DRS के दौरान गेंद का कम से कम 50 प्रतिशत हिस्सा तीनों स्टंप्स में से किसी एक से टकराना चाहिये. ऐसा नहीं होने पर मैदानी अंपायर का जो फैसला होगा, वही मान्य होगा. इस दौरान मैदानी अंपायर के लिए गए फैसले को ही 'अंपायर्स कॉल' कहते हैं.
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