दो बार की विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज 2019 विश्व कप के लिए अपने अभियान की शुरुआत रविवार से करेगी. जहां उसे 10 टीमों के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है. वेस्टइंडीज के सामने इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ी चुनौती विश्व क्रिकेट की नई सनसनी मानी जा रही अफगानिस्तान की टीम है जिसके कोच वेस्टइंडीज के पूर्व दिगग्ज फिल सिमंस हैं.
सिमंस का इरादा अफगानिस्तान को विश्व कप में पहुंचाने की है भले ही सामने उनका देश ही क्यों न हो.
वेस्टइंडीज के लिए 1987 से 1999 के बीच 26 टेस्ट और 143 वनडे खेलने वाले सिमंस को 2016 में कैरेबियाई टीम के कोच के रूप में बर्खास्त कर दिया गया था जबकि इससे पांच महीने पहले ही उनकी टीम ने भारत में टी20 विश्व कप जीता था.
इससे पूर्व वेस्टइंडीज की चयन नीति की सार्वजनिक तौर पर आलोचना के लिए 2015 में उन्हें निलंबित भी किया गया था.
सिमंस पिछले साल दिसंबर में अफगानिस्तान से जुड़े और उनका लक्ष्य हाल में टेस्ट क्रिकेट खेलने का दर्जा हासिल करने वाली इस टीम को अगले साल इंग्लैंड एवं वेल्स में होने वाले लगातार दूसरे विश्व कप में जगह दिलाना है.
वेस्टइंडीज की टीम के बारे में काफी अंदरूनी जानकारी रखने वाले सिमंस ने कहा, ‘‘मैं अपनी टीम के ऊपर प्रबल दावेदार का ठप्पा नहीं लगा रहा. हम यहां क्रिकेट खेलने आए हैं, हमें अच्छा क्रिकेट खेलने और यह टूर्नामेंट जीतने की जरूरत है.’’
वेस्टइंडीज के अलावा सिमंस मेजबान जिंबाब्वे को भी कोचिंग दे चुके हैं जबकि आयरलैंड के साथ उनका आठ साल का कार्यकाल काफी सफल रहा जिसमें टीम ने दो बार विश्व कप में जगह बनाई.
अफगानिस्तान को ग्रुप बी में जिंबाब्वे, स्कॉटलैंड, नेपाल और हांगकांग के साथ रखा गया है.
साल 1975 और 1979 के चैंपियन वेस्टइंडीज को इस बार क्वालीफायर में हिस्सा लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है और उसे ग्रुप ए में नीदरलैंड, पपुआ न्यू गिनी, आयरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात के साथ जगह मिली है.
प्रत्येक पूल से तीन टीमें सुपर सिक्स में जगह बनाएंगी जहां से टॉप दो टीमें 2019 विश्व कप के लिए क्वालीफाई करेंगी. सुपर सिक्स में अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज की टीमें आमने सामने हो सकती हैं.
कल टूर्नामेंट के पहले दिन ग्रुप ए में आयरलैंड का सामना नीदरलैंड से तो पपुआ न्यू गिनी और यूएई की टीमें आमने-सामने होंगी. वहीं दूसरी तरफ ग्रुप बी में जिंबाब्वे का सामना नेपाल से होगा तो अफगानिस्तान और स्काटलैंड की भिड़ंत होगी.