ICC World Test Championship: फाइनल से पहले जानिए विदेशी जमीन पर भारत और न्यूजीलैंड में किसका रिकॉर्ड है बेहतर
न्यूजीलैंड के लिए इंग्लैंड का वातावरण एकमात्र चीज है जो उसे फायदा पहुंचा सकती है. ऐसा कहा जा रहा है कि इंग्लैंड में वातावरण न्यूजीलैंड के समान है. ब्रेट ली और ग्लेन टर्नर सहित कई पूर्व क्रिकेटर कह चुके हैं कि इंग्लैंड का वातावरण कीवी टीम को फायदा पहुंचा सकता है.
भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मुकाबला भले ही तटस्थ स्थल (Neutral Ground) पर खेला जाना है, लेकिन विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया का इस चैंपियनशिप के दौरान विदेशी जमीन पर रिकॉर्ड कीवी टीम से बेहतर रहा है.
न्यूजीलैंड ने डब्ल्यूटीसी के दौरान 2019 से 2021 तक पांच सीरीज खेली हैं, जिसमें से उसने भारत, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ घर में सीरीज जीती और अंक प्रतिशत के आधार पर डब्ल्यूटीसी के फाइनल में जगह बनाई थी. हालांकि, कीवी टीम की शुरुआत इस चैंपियनशिप में अच्छी नहीं रही थी. केन विलियमसन की कप्तानी वाली कीवी टीम की 2019 में श्रीलंका में हुई सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही थी जबकि 2019-20 सत्र में उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था.
टीम इंडिया का रहा शानदार प्रदर्शन
वहीं दूसरी तरफ इस टूर्नामेंट में भारत की शुरुआत अच्छी रही थी. टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को उसके घर में हराकर पूरे अंक हासिल किए थे. इसके बाद टीम इंडिया ने घरेलू जमीन पर दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका को हराया. भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 3-0 और बांग्लादेश को 2-0 से हराया था.
हालांकि, टीम इंडिया को 2020 में न्यूजीलैंड में 0-2 से टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था. इस सीरीज के बाद दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण कुछ समय के लिए क्रिकेट गतिविधियां ठप्प हो गई थीं.
इसके बाद 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज टीम इंडिया के लिए काफी अहम थी, जहां उसने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 2-1 से हराकर सीरीज जीती. भारत ने डब्ल्यूटीसी पीरियड के दौरान तीन सीरीज घर से बाहर खेली, जहां दो में उसे जीत मिली.
इस चीज़ का न्यूजीलैंड को मिल सकता है फायदा
न्यूजीलैंड के लिए इंग्लैंड का वातावरण एकमात्र चीज है जो उसे फायदा पहुंचा सकती है. ऐसा कहा जा रहा है कि इंग्लैंड में वातावरण न्यूजीलैंड के समान है. ब्रेट ली और ग्लेन टर्नर सहित कई पूर्व क्रिकेटर कह चुके हैं कि इंग्लैंड का वातावरण कीवी टीम को फायदा पहुंचा सकता है.