World Test Championship: आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर कुछ बदलाव करना चाहती है. टेस्ट और वनडे को प्रमोट करने के लिए नियमों में अहम बदलाव हो सकते हैं. इसको लेकर आईसीसी को सुझाव भी मिले हैं. नए नियम लागू हुआ तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के सर्किल में कम से कम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का आयोजन होगा. वहीं वनडे में नई गेंद को लेकर बड़ा बदलाव होने की उम्मीद है. ऐसे में गेंदबाजों को फायदा मिल सकता है. इससे खेल का रोमांच भी बढ़ सकता है.


दरअसल हाल ही में आईसीसी बोर्ड की मीटिंग आयोजन दुबई में हुआ. इस मीटिंग के दौरान आईसीसी को कई अहम सुझाव मिले हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक आईसीसी को सुझाव मिला है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के साइकिल में पिंक बॉल टेस्ट का आयोजन हो, यानी कि डे-नाइट टेस्ट मैच खेले जाएं. इससे टेस्ट क्रिकेट को प्रमोट करने में मदद मिलेगी. वहीं एक साइकिल में कम से कम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी.  


तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का क्यों दिया गया सुझाव -


अगर अब तक स्टैट्स पर नजर डालें तो भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें लंबी टेस्ट सीरीज खेलती हैं. ये टीमें तीन या पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलती हैं. लेकिन न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के साथ ऐसा नहीं है. ये टीमें कई बार दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलती हैं. इसका असर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पॉइंट्स टेबल पर पड़ता है. पॉइंट्स सही तरह से नहीं मिल पाते हैं. इसी वजह से कम से कम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज की सिफारिश की गई है.


वनडे के पहले 25 ओवरों में दो गेंदों का हो इस्तेमाल -


आईसीसी को वनडे मैचों को लेकर भी बड़ा सुझाव मिला है. वनडे मैचों के दौरान शुरुआत 25 ओवरों के दौरान दो नई गेंदों का इस्तेमाल हो. इसके बाद एक ही गेंद से बाकी पूरा मैच खेला जाएगा. अगर अभी तक की स्थिति को देखें तो पिछले करीब एक दशक से नई गेंद को दोनों छोर से फेंका जाता है. लिहाजा गेंद जल्दी पुरानी हो जाती है और गेंदबाजों को आखिरी ओवरों में कम मदद मिलती है. हालांकि अब इसको लेकर नियम बदल सकता है.


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