T20 World Cup: टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में हो चुकी है. इस बार के टूर्नामेंट में कई चीजें बदली हुई नजर आएंगी. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने जो एक सबसे बड़ा बदलाव किया है वह कोरोना संक्रमण से संबंधित है. जबसे कोरोना आया है तब से ही इससे संक्रमित होने वाले खिलाड़ी को निश्चित दिनों के लिए आइसोलेट होना पड़ता है. हालांकि, अब आईसीसी ने इसमें बड़ा बदलाव किया है. वर्ल्ड कप में कोरोना संक्रमित खिलाड़ियों को भी खेलने की छूट दी जाएगी.
इस हफ्ते की शुरुआत में ही ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने कोरोना संक्रमित लोगों के आइसोलेशन को समाप्त किया था. अब वर्ल्ड कप खेल रहे खिलाड़ियों के लिए आईसीसी ने भी ऐसा ही करने का फैसला लिया है. टूर्नामेंट के दौरान अनिवार्य रूप से टेस्टिंग नहीं की जाएगी. यदि कोई खिलाड़ी कोरोना संक्रमित होता है तो उसे उतारने या आराम देने का फैसला टीम डॉक्टर को लेना होगा. टीम डॉक्टर इस बात की पूरी जिम्मेदारी लेंगे कि खिलाड़ी को मैदान में उतारा जाए या फिर उसे बाकी लोगों से अलग किया जाए.
पिछले साल यूएई में खेले टी20 वर्ल्ड कप के लिए कड़ा बॉयो-बबल बनाया गया था. इस दौरान खिलाड़ी बबल से बाहर नहीं जा सकते थे और बाहर के किसी व्यक्ति से मिल भी नहीं सकते थे. पिछले साल के वर्ल्ड कप में कोरोना संक्रमित व्यक्ति को एक सप्ताह के लिए आइसोलेट भी किया जा रहा था. हालांकि गनीमत रही थी कि पिछले साल कोरोना के ऐसे कोई मामले नहीं आए थे जिससे टूर्नामेंट प्रभावित हो.
कॉमनवेल्थ गेम्स फाइनल में खेली थी कोरोना संक्रमित क्रिकेटर
इस साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट को भी शामिल किया गया था. इसका फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ था. फाइनल की सुबह ऑस्ट्रेलिया की ऑलराउंडर तालिया मैक्ग्राथ कोरोना संक्रमित मिली थीं, लेकिन उन्हें फाइनल में खेलने की अनुमति दे दी गई थी.
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