मोहम्मद शमी पर घरेलू हिंसा, अवैध संबंध रखने के आरोप लगाने वाली उनकी पत्नी हसीन जहां ने कहा है कि जब आसाराम और राम रहीम जैसे लोग कानून की मार से नहीं बच सके तो शमी भी नहीं बच पाएंगे और तेज गेंदबाज को उनके किए की सजा मिलेगी. शमी के खिलाफ सोमवार को अलीपुर की अदालत ने गिरफ्तारी वारंट निकाला है और 15 दिन के अंदर सरेंडर करने को कहा है.
हसीन जहां ने कहा, "अगर आसाराम बापू और राम रहीम कानून से नहीं बच पाए तो उसके सामने शमी कौन है?"
उन्होंने कहा, "शमी को बीसीसीआई का समर्थन हासिल है और उन्हें कुछ बड़े क्रिकेट खिलाड़ी भी समर्थन दे रहे हैं, अन्यथा वह अपनी गलती सुधारता, लेकिन कुछ धमकाने वाले लोगों के कारण वह ऐसा नहीं कर रहा. यह ज्यादा दिन नहीं चलेगा."
शमी को वारंट इसलिए मिला है क्योंकि उनके भाई सुनवाई के दौरान एक भी बार उपस्थित नहीं हो सके.
जहां ने कहा, "मैं पिछले डेढ़ साल से लड़ाई लड़ रही हूं. मैं उम्मीद खोती जा रही थी, मैं आर्थिक तौर पर भी मजबूत नहीं हूं और न ही मुझे किसी तरह का समर्थन हासिल है. मैं काफी मेहनत कर रही हूं लेकिन मुझे उम्मीद नजर नहीं आ रही थी मैं हार मान रही थी."
उन्होंने कहा, "ऐसा लग रहा था कि यह मामला दब गया, लेकिन अल्लाह का शुक्रिया कि सच की जीत हुई. मैंने जितने भी आरोप शमी पर लगाए वो सभी सही साबित हुए. न्यायातंत्र सभी के लिए एक है. मैं काफी खुश हूं और शुक्रगुजार हूं कि मुझे न्याय मिला और मेरा दर्द समझा गया."
उनसे जब पूछा गया कि क्या भारतीय टीम का क्रिकेटर होने के नाते शमी बच सकते हैं तो उन्होंने कहा, "वो क्या ताकत दिखाएंगे? उन्हें समर्थन मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा लेकिन वह अपने पाप नहीं छुपा पाएंगे."
उन्होंने कहा, "अंत में उन्हें अपने किए की सजा भुगतनी पड़ेगी. वह भाग नहीं सकते. अगर शमी अपनी हरकत नहीं सुधार सकते, तो उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा और सजा भुगतनी पड़ेगी."
शमी इस समय टीम के साथ विंडीज में हैं और जैसे ही लौटेंगे उन्हें सरेंडर होना पड़ेगा.