पाटिल ने कहा कि अगर कोई बल्लेबाज स्कोर करने की कोशिश करता है और वो इस चीज से भी डरता है कि उसको यहां सफलता मिल पाएगी या नहीं. मैंने सुना है कि इस सीजन में जब वो मुंबई के लिए खेल रहे थे तो वो काफी धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे. भारतीय टीम के लिए विदेश में उनका रिकॉर्ड काफी अच्छा है लेकिन वो इतिहास है. अब उन्हें सिर्फ टेस्ट प्लेयर ही कहा जाता है.
पाटिल ने कहा कि अगर आप इतना ही धीमा खेलना चाहते हैं और क्रीज पर कब्जा करके रखना चाहते हैं तो इससे अच्छा आप एक सिक्योरिटी गार्ड को बुला लें.
भारत के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि वो नहीं चाहते की रहाणे हर गेंद को मारे लेकिन जब आप देखते हैं कि आप शतक बना सकते हैं और फिर आप आउट हो जाते हैं तो इस तरह का रवैया किसी को पसंद नहीं आता. मेरे जैसा एक आम खिलाड़ी जब विदेशी धरती पर खेल सकता है तो ये सभी खिलाड़ी चैंपियन हैं.