भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज की शुरूआत हो चुकी है जहां पहले टेस्ट के पहले दिन ही भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर्स ने जवाब दे दिया. पहले आठ ओवरों में ही भारतीय टीम ने ओपनर मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा और सबसे अहम कप्तान विराट कोहली का विकेट गंवा दिया. विराट कोहली ने वनडे सीरीज में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया था. इसके बाद 5वें नंबर पर बल्लेबाजी करने अजिंक्य रहाणे आए और उन्होंने केएल राहुल के साथ मिलकर शानदार साझेदारी की.


रहाणे और राहुल की बल्लेबाजी के दम पर भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 6 विकेट के नुकसान पर कुल 203 रन बनाए. रहाणे ने इस दौरान सबसे ज्यादा 81 रन बनाए जिसमें 10 चौके भी शामिल थे.

रहाणे ने पहले दिन की खेल समाप्ति के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पारी की शुरूआत में विकेट थोड़ा मुश्किल था, पूरे दिन उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की, ऐसे में राहुल के साथ साझेदारी बहुत जरूरी थी, हम बहुत आगे की नहीं सोच रहे थे, हमारा लक्ष्य सिर्फ एक गेंद के बारे में सोचकर खेलना था,"

उपकप्तान ने 163 गेंदों पर 10 चौके लगाए, हालांकि वह अपना शतक पूरा नहीं कर पाए, उन्होंने अपना आखिरी शतक श्रीलंका के खिलाफ 2017 में बनाया था.

रहाणे ने कहा, "जब तक मैं क्रीज पर होता हूं तब तक सिर्फ टीम के बारे में सोचता हूं, मैं सिर्फ टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था और शतक के बारे में नहीं सोच रहा था क्योंकि मैं स्वार्थी नहीं हूं, मैं शतक से चूकने के बारे में बिल्कुल भी चिंतित नहीं हूं, मुझे शतक से चूकने का कोई दुख नहीं है क्योंकि मुझे लगता है कि इस विकेट पर 81 रनों की पारी भी काफी थी, अब हम अच्छी स्थिति में हैं,"
31 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा, काउंटी के लिए खेलना महत्वपूर्ण होता है, जब मेरा चयन विश्व कप की टीम के लिए नहीं हुआ था तब मैंने काउंटी के लिए खेलने का फैसला किया, मैं उन दो महीनों को इस्तेमाल करना चाहता था और इस दौरान मैंने सात काउंटी मैच खेले, मैं अपनी बल्लेबाजी के कुछ क्षेत्रों पर काम करना चाहता था,