भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने भारत की जीत के बाद अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “सभी युवा बल्लेबाज मेरी बल्लेबाजी को कॉपी ना करे, क्योंकि वह बल्लेबाजी बहुत खराब थी. मैं बहुत मुश्किल से शॉट खेल पा रहा था. मैं केएल राहुल को दबाव में नहीं डालना चाहता था, इसलिए अपना स्ट्राइक रेट कम से कम 140 रखना चाह रहा था.
जब मैंने जेसन होल्डर के एक ओवर में कुछ बाउंड्री लगाई और उसके बाद मैंने विश्लेषण किया, कि मैं क्या गलत कर रहा हूं और उसके बाद मैंने अपनी पारी का दूसरा भाग बहुत अच्छी तरह से खेला है.”
विराट कोहली ने आगे अपनी बात को बढ़ाते हुए कहा, “जब भी मैं टी-20 क्रिकेट खेलता हूं, तो मैं कोई ऐसा व्यक्ति नहीं हूं, जो यहां भीड़ का मनोरंजन करने के लिए गेंद को हवा में उछालकर शॉट लगाएगा.
मैं सिर्फ अपने काम करने पर ध्यान केंद्रित करता हूं. मुझे प्रारूपों के लिए बहुत कुछ बदलने की जरूरत नहीं है. मैं तीनों प्रारूपों में अपना पूरा योगदान देना चाहता हूं. जब आप एक बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हैं, तो स्कोरबोर्ड का आप पर काफी दबाव होता है. आप अगर कुछ गेंद डॉट करते हैं, तो आपकों परिस्थितियां ऐसी स्थिति में डाल देती है. जहां आपको एक बड़ा शॉट खेलना होता है.”