Syed Mushtaq Ali Trophy: 'इम्पैक्ट प्लेयर' का इस्तेमाल करने वाली पहली टीम बनी दिल्ली, जानिए क्या है यह नियम
BCCI ने घरेलू क्रिकेट में 'इम्पैक्ट प्लेयर' का नियम लागू कर दिया है. इसके तहत टीमें रणनीतिक तौर पर अपने किसी एक खिलाड़ी को सब्स्टिट्यूट के तौर पर मैदान में उतार सकती है.
Impact Player Rule: घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) की आज से शुरुआत हो गई है. इस टूर्नामेंट के साथ ही इम्पैक्ट प्लेयर (Impact Player) नियम भी घरेलू क्रिकेट में लागू कर दिया गया है. दिल्ली (Delhi) की टीम इस नियम का इस्तेमाल करने वाली पहली टीम भी बन गई है. दिल्ली ने इस नियम के जरिए बीच मैच में हितेन दलाल की जगह ऋतिक शौकीन को प्लेइंग-11 में शामिल किया.
आज दिल्ली का मुकाबला मणिपुर से था. इस मैच में दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट खोकर 167 रन बनाए. हितेन दलाल 27 गेंद पर 47 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे. यहां दूसरी पारी में दिल्ली ने हितेन को रिप्लेस कर उनकी जगह ऋतिक शौकिन को टीम में जगह दी. ऋतिक ने शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन ओवर में 13 रन देकर दो विकेट झटके. दिल्ली के गेंदबाजों ने मणिपुर की पूरी टीम को 20 ओवर में कुल 96 रन ही बनाने दिए. इस तरह दिल्ली ने यह मैच 71 रन से जीता.
दिल्ली के अलावा मुंबई ने भी इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल किया. मुंबई ने मिजोरम के खिलाफ मैच में दूसरी पारी में धवल कुलकर्णी की जगह साईराज पाटील को टीम में शामिल किया.
क्या है यह नियम?
BCCI ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से घरेलू टी20 मैचों में 'इम्पेक्ट प्लेयर' नियम लागू किया है. इसके तहत टीमें रणनीतिक तौर पर अपने किसी एक खिलाड़ी को सब्स्टिट्यूट के तौर पर मैदान में उतार सकेगी. इस नियम के तहत टीमों को टॉस के वक्त अपनी प्लेइंग-11 का एलान करने के साथ-साथ चार सब्स्टिट्यूट बताने होते हैं. टीमें इन चार में से केवल एक सब्स्टिट्यूट का उपयोग कर सकेंगी. मैच के किसी भी पारी के 14वें ओवर तक टीमें सब्स्टिट्यूट को मैदान पर भेज सकती है.
इसके लिए मैदान पर मौजूद अंपायर या फोर्थ अंपायर को ओवर खत्म होने पर जानकारी देना होती है. कप्तान/हेड कोच/टीम मैनेजर में से कोई भी एक यह बात अंपायर को बता सकता है. जिस खिलाड़ी के बदले नए खिलाड़ी को भेजा जाता है, वह खिलाड़ी फिर पूरे मैच से बाहर ही रहता है. यानी वह फील्डिंग करते हुए भी नहीं देखा जा सकेगा.
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