एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार को इस बात की जानकारी दी है कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया इस टूर्नामेंट का आयोजन कर सकते हैं. दोनों देशों के पास ऐसे टूर्नामेंट के आयोजन करने का पहले से ही अनुभव है. बता दें कि लड़कों के लिए अंडर-19 वर्ल्ड अगले साल दक्षिण अफ्रीका में होने वाला है.
ICC को महिला क्रिकेट से उम्मीद
लड़कियों के लिए टूर्नामेंट का आयोजन करने के पीछे पूरी दुनिया में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना है. आईसीसी को उम्मीद है कि जैसे लड़कों को मौका मिलता है और उनका नाम होता है वैसे ही लड़कियों के साथ भी होगा. ये टूर्नामेंट्स भविष्य के लिए एक बेस का काम करेंगी. विराट कोहली और केन विलियमसन जैसे खिलाड़ियों ने पहले अपनी जूनियर टीम का नेतृत्व किया और फिर बाद वो सीनियर टीम के भी कप्तान बनने में सफल रहे और लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं.
सूत्र ने कहा कि, दुनिया में ऐसे कई देश हैं जिन्हें अच्छे खिलाड़ियों को चुनने में दिक्कत होगी लेकिन ये एक अच्छी शुरूआत होगी. फिलहाल कई देशों में महिला क्रिकेट है ही नहीं. ऐसे में ये टूर्नामेंट्स महिलाओं के लिए एक बेहतरीन मौके की तरह होंगे जहां खिलाड़ी अपना भविष्य संवार सकते हैं.''
बता दें कि भारत में लोढ़ा समिति के निर्देशों के बाद बीसीसीआई ने कई सारे उम्र सूची में लड़कियों के लिए ग्रुप टूर्नामेंट की शुरूआत की है. इससे पहले बोर्ड सिर्फ सीनियर टूर्नामेंट का ही आयोजन करवाता था.