IND vs AUS 1st Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच 9 फरवरी से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी शुरू हो रही है. चार मैचों की इस टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर (Nagpur) में खेला जाना है. इस मैदान पर अब तक 6 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं, इनमें से एक मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच भी खेला गया है. 14 साल पहले नवंबर 2008 में यहां दोनों टीमें टकराईं थीं.
ऑस्ट्रेलिया के उस दौरे में कंगारु टीम की कमान रिकी पोंटिंग के हाथों में थी, वहीं भारतीय टीम की कप्तानी एमएस धोनी के हाथ में आ चुकी थी. सीरीज के तीन मैच खेले जा चुके हैं और भारतीय टीम 1-0 से आगे थी. नागपुर टेस्ट यहां सीरीज का निर्णायक टेस्ट था. इस मैच में धोनी से टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी थी.
सचिन ने जड़ा था शतक
पहले बल्लेबाजी करने का धोनी का यह फैसला सही साबित हुआ था और भारत ने पहली पारी में 441 रन जड़ डाले थे. भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर ने 109 रन की शतकीय पारी खेली थी. वहीं, सौरव गांगुली (85), वीरेन्द्र सहवाग (66), वीवीएस लक्ष्मण (64) और एमएस धोनी (56) ने अर्धशतक जड़े थे. भारत की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर जेसन क्रेजा ने 8 विकेट चटकाए थे.
पहली पारी में भारत को मिली थी 86 रन की बढ़त
भारतीय पारी के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने भी अपनी पहली पारी में अच्छा दमखम दिखाया था. ऑस्ट्रेलिया ने सिमॉन कैटिच (102) और माइक हसी (90) की पारियों की बदौलत 355 रन बनाए थे. यहां हरभजन और अमित मिश्रा ने मिलकर 5 विकेट झटके थे, वहीं भारतीय तेज गेंदबाजों को 3 विकेट मिले थे. इस तरह पहली पारी के आधार पर भारतीय टीम को 86 रन की बढ़त मिली थी.
ऑस्ट्रेलिया को दिया 382 रन का लक्ष्य
यहां भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में भी मजबूत शुरुआत की. मुरली विजय (41) के साथ मिलकर वीरेन्द्र सहवाग ने शतकीय साझेदारी कर भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था. सहवाग यहां 92 रन बनाकर आउट हुए थे. हालांकि सहवाग के आउट होने के बाद टीम इंडिया के धड़ाधड़ विकेट गिरे और स्कोर 166/6 हो गया. यहां से एमएस धोनी (55) और हरभजन (52) ने भारतीय पारी को संभाला. भारतीय टीम यहां 295 पर ऑल आउट हुई और ऑस्ट्रेलिया को 382 रन का लक्ष्य मिला.
172 रन से जीता था मैच
भारत में इतना बड़ा लक्ष्य हासिल करना असंभव ही रहा है. मैच की चौथी पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम शुरुआत से ही विकेट गंवाती रही. मैथ्यू हेडन (77) के अलाव अन्य कोई बल्लेबाज पिच पर ज्यादा देर नहीं टिक पाया और पूरी टीम 209 रन पर सिमट गई. भारतीय स्पिनर जोड़ी ने 7 विकेट चटकाए. इस तरह भारत ने यह मुकाबला 172 रन से जीता. इस मैच के साथ ही सीरीज भी भारत ने अपने नाम कर ली थी.
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