IND vs AUS 1st Test: नागपुर में स्पिनर्स को मिलती है ज्यादा मदद, तीसरी और चौथी पारी में 200 रन बनाना भी होता है मुश्किल
IND vs AUS 1st Test, Pitch Report: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर के वीसीए स्टेडियम में खेला जाएगा. यहां की पिच पर गेंदबाज हमेशा से हावी रहे हैं.
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IND vs AUS 1st Test, Nagpur Pitch Report: भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला मुकाबला 9 फरवरी को खेला जाना है. चार मैचों की इस टेस्ट सीरीज का यह पहला मैच नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम (VCA Stadium) में खेला जाएगा. यहां पहले भी 6 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं, जिनमें भारतीय टीम के हिस्से 4 जीत आई हैं, जबकि एक मैच उसे गंवाना पड़ा है और एक मैच ड्रॉ भी रहा है.
विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम की पिच पारंपरिक भारतीय पिच की तरह बर्ताव करती रही है. यानी यहां स्पिनर्स को बहुत ज्यादा मदद मिलती है. पहले ही दिन से यहां स्पिनर्स हावी होते हैं, चौथे और पांचवें दिन तक तो स्पिनर्स को खेलना मुश्किल हो जाता है. नवंबर 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए टेस्ट मैच में यहां सभी प्रोटियाज टीम के सभी 20 विकेट भारतीय स्पिनर्स को मिले थे. यहां पिछला मैच 2017 में खेला गया था, तब भी अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने 13 विकेट चटकाए थे.
20 पारियों में तीन बार ही बना 500+ स्कोर
इस मैदान पर बड़ा स्कोर कम ही बार बना है. 6 मैचों की 20 पारियों में केवल 3 बार टीमें 500 से ज्यादा का स्कोर खड़ा कर पाई हैं. यह स्कोर भी पहली या दूसरी पारी में ही बन पाया है. तीसरी और चौथी पारी में तो बल्लेबाजी करने वाली टीम ज्यादातर समय 200 के ईर्द-गिर्द ही रह पाई है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस बार भारतीय टीम ने अच्छी टेस्ट विकेट तैयार करने के लिए कहा है, यानी यहां तेज गेंदबाजों के साथ-साथ कम से कम तीसरे-चौथे दिन तक बल्लेबाजों को भी कुछ मदद मिल सकती है.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना ज्यादा बेहतर
इस विकेट पर टॉस जीतने वाली टीमों को तीन बार जीत मिली है, यानी जीत का प्रतिशत 50 रहा है. पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों को भी तीन बार ही जीत मिली है यानी यहां भी जीत का प्रतिशत 50 ही रहा है. ऐसे में टॉस जीतना इतना निर्णायक नजर नहीं आ रहा है. वैसे, निश्चित तौर पर टॉस जीतकर टीमें यहां पहले बल्लेबाजी ही चुनना पसंद करेगी.
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