India vs Australia Delhi Test: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दिल्ली टेस्ट में तीन दिन के भीतर हरा दिया. पहली पारी में एक रन की बढ़त लेने वाली कंगारू टीम ने दूसरी इंनिंग्स में भारत के आगे समर्पण कर दिया. वैसे अगर पूरे टेस्ट मैच की बात की जाए तो ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा. इस जीत के बाद टीम इंडिया चार मैचों की सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त लेने में सफल रही. लगातार दूसरा टेस्ट जीतने के बाद भारत ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की तरफ एक और कदम बढ़ा दिया है. आइए आपको उन बड़े कारणों के बारे में बताते हैं जिनके चलते दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की शर्मनाक हार हुई.
सलामी बल्लेबाजों का असफल होना
दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए. पहली पारी में 15 रन बनाने वाले डेविड वॉर्नर कन्कशन के चलते मैच से बाहर हो गए. उनकी जगह दूसरी पारी में ट्रेविस हेड शुरुआत की. वह भी बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे. जबकि पहली इनिंग्स में 81 रन बनाने वाले उस्मान ख्वाजा दूसरी पारी में सिर्फ 6 रन बना पाए. इस तरह सलामी बल्लेबाजों का असफल होना ऑस्ट्रेलिया की हार का बड़ा कारण रहा.
फ्लॉप रहा मिडिल ऑर्डर
टेस्ट मैच की दोनों पारियों को देखा जाए तो ऑस्ट्रेलिया का मिडिल ऑर्डर फ्लॉप रहा. पीटर हैंड्सकॉम्ब को अगर छोड़ दिया जाए तो कंगारू टीम का कोई भी बल्लेबाज मैच अर्धशतक नहीं लगा पाया. हैंड्सकॉम्ब ने पहली पारी में 72 रन बनाए थे. इसके बाद मार्नस लाबुशेन ने 35 और पैट कमिंस ने 33 रन बनाए. इस दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम के सीनियर बैटर स्टीव स्मिथ कुछ नहीं कर पाए. वह इस मुकाबले में सिर्फ 9 रन बना पाए. ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट सफलता में स्मिथ का बड़ा योगदान रहा है. दिल्ली टेस्ट में स्मिथ का न चलना टीम की हार की वजह रही.
नियमित अंतराल पर गंवाए विकेट
पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 1 रन की बढ़त दिलाने वाले बॉलर दूसरी पारी में टीम इंडिया के नियमित अंतराल पर विकेट नहीं ले पाए. एक समय पर जब भारत के 69 रन पर तीन विकेट गिर गए तो ऐसा लगा कि मैच रोमांचक होगा. लेकिन चेतेश्वर पुजारा ने धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी करते हुए भारत को जीत तक पहुंचा दिया. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बॉलर भारत के नियमित अंतराल पर विकेट आउट करने में नाकाम रहे. जो कंगारू टीम की हार का मुख्य कारण रहा.
यह भी पढ़ें: