IND vs AUS World Cup 2023 Final: भारतीय बल्लेबाजी वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने बेबस नजर आई. पूरे वर्ल्ड कप में खेले गए सभी 11 मैचों में ऐसा पहली बार हुआ जब पूरी टीम इंडिया ऑलआउट हुई. भारतीय टीम की छोटी-छोटी गलतियों ने उस हार के मुहाने पर खड़ा किया. हालांकि 241 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को भारतीय तेज गेंदबाजों ने शुरुआती झटके दिए थे, लेकिन ट्रेविस हेड ने तूफानी शतक जड़ भारत से मैच छीन लिया. फाइनल में इन 10 गलतियों की वजह से टीम इंडिया खिताब नहीं जीत सकी.
1. मध्य क्रम और निचले बल्लेबाज रहे नाकाम
भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों के सामने कोई संघर्ष नहीं दिखाया. शमी ने सिर्फ 10 गेंद खेल कर गैर जिम्मेदारा शॉट खेलते हुए विकेटकीपर जोश इंग्लिश को कैच थमा कर पवेलियन लौट गए. बुमराह, सिराज और कुलदीप ने भी भारते के शीर्षक्रम के बल्लेबाजों का अनुसरण किया.
2. सूर्यकुमार ने खुद के पास स्ट्राइक नहीं रखी
दुनिया के नंबर वन टी20 बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव ने सबसे अधिक निराश किया. इस पूरे वर्ल्ड कप में सूर्य कुमार यादव अपने कद के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर पाए. फाइनल में उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वह कुछ अच्छे शॉट्स लगाएंगे, लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ बैटिंग करते हुए उन्होंने स्ट्राइक अपने पास रखने की जरा भी कोशिश नहीं की. सूर्य कुमार यादव ने 28 गेंदो का सामना करते हुए महज 18 रन बनाए, जिसमें सिर्फ एक बाउंड्री सिर्फ चौके के रुप में शामिल है.
3. काउंटर अटैक करके ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों को बैकफुट पर नहीं ले गए
कप्तान रोहित शर्मा ने शुरुआत में ताबड़तोड़ 47 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों पर उनके जरिये बनाए गए दबाव को दूसरे भारतीय बल्लेबाज कायम नहीं रख सके. आलम ये था कि वर्ल्ड कप में बनाए गए 158 अर्धशतकों में से केएल राहुल की पारी सबसे धीमी पारी रही है. हालांकि पूरे वर्ल्ड कप में उनका स्ट्राइक रेट 90 के ऊपर रहा. आखिरी ओवर्स में सूर्य कुमार यादव भी स्ट्राइक अपने पास रख कर लंबे शाट्स खेलने के बजाय सिंगल लेकर नॉन स्ट्राइक पर समय बिताते हुए दिखाई पड़े.
4. फील्डिंग काफी खराब रही
ऑस्ट्रेलिया की पारी शुरू होने पर भारतीय फील्डर्स ने भी गेंदबाजों को दबाव बनाने में कोई सहयोग नहीं किया. पहले ही ओवर में बैट के किनारा लेकर स्लिप में गई गेंद को कोहली और गिल कैच करने में नाकाम में रहे. कई मौकों पर भारतीय खिलाड़ियों ने कैच लेने की पूरी कोशिश नहीं की.
5. शुरू के चार ओवर में एक्स्ट्रा दिए
विकेट कीपर केएल राहुल से भी मिस फील हुए. गेंदबाजों ने कई वाइड गेंदे. नतीजा ये रहा कि कंगारु टीम पर दबाव बनाने के बजाय वह उबरते चले गए और यह गलतियां ऑस्ट्रेलिया को जीत के करीब ले गई. भारतीय गेंदबाजों ने कुल 18 रन एक्स्ट्रा दिये. जिसमें 5 बाई, 2 लेग बाई, 11 वाइड गेंदे शामिल हैं.
6. हेड को लेकर कोई प्लान नहीं दिखा
भारतीय टीम मैनेजमेंट ऑस्ट्रेलिया के शतकवीर खब्बू बल्लेबाज ट्रेविस हेड के खिलाफ कोई मजबूत प्लानिंग नहीं कर पाया. हालांकि वह शुरुआत में वह शाट्स खेलने में काफी असमंजस में दिखे. मोहम्मद शमी की हवा में लहरा कर अंदर आती गेंदो पर वह कई बार गच्चा भी खा गए. लेकिन ये कहावत चरितार्थ दोता दिका कि किस्मत भी बहादुरों का साथ देती है. ट्रेविस हेड ने ऑस्ट्रेलिया को जीत सुनिश्चित करने के बाद सिराज की गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश की 137 के स्कोर पर गिल को कैच दे बैठे.
7. स्पिनर्स कोई छाप ही नहीं छोड़ पाए, विकेट लेने को तरस गए
भारतीय पारी के दौरान ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर काफी कारगर रहे थे. ऑस्ट्रेलिया के तीन स्पिनर्स ने 18 ओवर में महज 83 रन दिए और दो विकेट भी चटकाए, जिसमें कप्तान रोहित शर्मा का महत्वूपर्ण विकेट भी शामिल है. कुलदीप और जडेजा भी मार्नस लाबुशेन और ट्रेविस हेड के सामने कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए.
8. स्लो विकेट पर अश्विन को नहीं लिया
इस मैच में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने विकेट के मिजाज के देखने के बावजूद स्लो विकेट पर अनुभवी स्पिनर आर अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया. भारत के दोनों स्पिनर्स ऑस्ट्रेलिया के दोनों बल्लेबजों के सामने निष्किय दिखे. ट्रेविस हेड के खिलाफ अश्विन कारगर हथियार साबित हो सकते थे.
9. 3 विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया को हावी होने दिया
भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया की पारी शुरु होने के बाद, उनके खेमे में हचचल मचा दी. ऑस्ट्रेलिया की पारी के दूसरे ओवर में ही मोहम्मद शमी ने अनुभवी डेविड वार्नर को विराट कोहली के हाथों में स्लिप में कैच आउट करवाकर चलता किया. दूसरे छोर से जसप्रीत बुमराह ने भी पांचवे ओवर में मिचेल मार्श को विकेट कीपर राहुल के हाथों कैच करवाया, इसके बाद स्टीवट स्मिथ को एलबीडब्ल्यू आउट कर बैकफुट पर ढकेल दिया. उसके कप्तान रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया की टीम पर दबाव नहीं बना सके. लाबुशेन और ट्रेविस हेड ने संभल को कर खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया को जीत के करीब पहुंचा दिया.
10. 29 ओवर में सिर्फ 2 बाउंड्री स्कोर की
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाज जूझते नजर आए. आलम ये था कि 11वें ओवर से लेकर 39वें ओवर तक सिर्फ एक दो बाउंड्री लगी. वह भी पारी के 29वें ओवर में. केएल राहुल, सूर्य कुमार यादव और रविंद्र जडेजा ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के सामने काफी असहज दिखाई पड़े.
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