IND vs AUS World Cup 2023 Final: ऑस्ट्रेलिया ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में पूरे वर्ल्ड कप में अजेय रही भारत की टीम को 6 विकेट से हरा दिया. फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने शानदार 120 गेंदों पर 137 रन बनाए, जिसमें 14 चौके और 4 गगनचुंबी छक्के भी शामिल हैं. फाइनल मुकाबले में भारत के इनफॉर्म बल्लेबाजों ने निराश किया, तो वहीं कंगारु बल्लेबाजों के खिलाफ प्लानिंग की कमी भी दिखी. ऑस्ट्रेलिया के छठे खिताबी जीत में पूर्व कप्तान की रिकी पोंटिंग का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है.


दरअसल, लीग स्टेज में शुरुआती दो मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया टीम की हार के बाद उसकी आलोचना शुरू हो गई. उसके बाद कंगारु टीम ने वापसी करते हुए बाकी 8 मैचों में लगातार जीत दर्ज की. ऑस्ट्रेलिया ने लीग स्टेज में दक्षिण अफ्रीक और भारतीय टीम से हारने के बाद नाक आउट मुकाबलों में उन्हें पटकनी देते हुए, एक बार फिर से क्रिकेट चैंपियन बनी. ऑस्ट्रेलिया के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस की जगह पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग मार्नस लाबुशेन को प्लेइंग में चाहते थे. 


रिकी पोंटिंग ने दी थी ये सलाह
स्टोइनिस के फिट होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के टीम मैनेजमेंट ने रिकी पोंटिंग की सलाह पर अमल किया. दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में शुमार रिकी पोंटिंग का मानना था कि सेमीफाइनल और फाइनल में अपनी बल्लेबाजी तकनीक के कारण मिडिल ओवर्स में मार्नस लाबुशेन कारगर साबित हो सकते हैं. पोंटिंग ने इस बात को साबित करने लिए वर्ल्ड कप फाइनल से पहले अजेय रही भारतीय टीम का उदाहरण देते हुए कहा, "इस टूर्नामेंट में मार्नस लाबुशेन का प्रदर्शन बहुत खराब नहीं रहा है. ऑस्ट्रेलिया के लिए टूर्नामेंट में सबसे महत्वपूर्ण मध्यक्रम की बल्लेबाजी है जो अभी तक सही नहीं रही है. उन्हें इसका हल जल्दी निकालना होगा. अगर विश्व कप जीतना है तो 11 से 40वें ओवर के बीच की समस्या का हल निकालना होगा. हमने इसी दौरान काफी विकेट गंवाए हैं. भारत ने इस दौरान सिर्फ 20 विकेट गंवाये हैं."


मार्नस लाबुशेन ने खेली अहम पारी
रिकी पोंटिंग की सलाह मानते हुए ऑस्ट्रेलिया टीम मैनेजमेंट सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मार्नस लाबुशेन को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया. जहां उन्होंने हेड के साथ छोटी लेकिन महत्वपूर्ण साझेदारी की, लेकिन फाइनल में उन्होंने रिकी पोंटिंग के फैसले के सही साबित करते हुए शानदार बैटिंग की. भारत के खिलाफ फाइनल में जरुरत के मुताबिक खेलते हुए 110 गेंदों पर शानदार नाबाद 58 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 47 रन पर 3 विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला और ट्रेविस हेड के साथ लाबुशेन ने 192 रन की साझेदारी निभाई.