ICC Cricket World Cup 2023: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप का फाइनल मैच अब से कुछ ही देर में शुरू होने वाला है. भारत ने अपना आखिरी वर्ल्ड कप 2011 में जीता था, और तब महेंद्र सिंह धोनी टीम के कप्तान थे, लेकिन उस टीम में रोहित शर्मा नहीं खेले थे. हालांकि, रोहित शर्मा महेंद सिंह धोनी की कप्तानी में 2007 टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच खेल थे, और उसे जीते भी थे. ऐसे में रोहित ने फाइनल जैसे बड़े मैचों में धोनी की कप्तानी, और उन्हें पाकिस्तान जैसी कट्टर विपक्षी टीम के खिलाफ जीतते हुए भी देखा है.


रोहित को धोनी को क्यों किया याद?


ऐसे में वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मैच से एक दिन पहले हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा से एक सवाल पूछा गया कि 2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में आप धोनी के साथ थे, धोनी ने उस मैच से पहले टीम को कोई खास मैसेज दिया होगा, कुछ खास बातें की होंगी, तो क्या आप उन अनुभवों की मदद से इस फाइनल मैच से पहले अपनी टीम को कोई मैसेज देना चाहते हैं?


इस सवाल के जवाब में रोहित शर्मा ने कहा कि, "नहीं, कोई खास मैसेज देने की जरूरत नहीं है. फाइनल मैच से पहले कोई स्पीच देने का नियम नहीं है, और नाही उसकी जरूरत है. हम इस मैच में कुछ भी बदलने नहीं वाले. मुझे नहीं लगता कि एम एस ने उस मैच से पहले कोई खास मैसेज या स्पीच दी थी."


2007 वर्ल्ड कप जैसा ही खेलेगी रोहित की टीम


2007 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच को याद करते हुए रोहित ने आगे कहा कि, "हमने उस टूर्नामेंट का जैसे शुरुआत किया था, वैसे ही उसका फाइनल मैच भी खेला था. उसी तरीके से हम इस टूर्नामेंट में भी अभी तक जैसे खेलते हुए आए हैं, वैसे ही फाइनल मैच में भी खेलेंगे. हां, ये है कि गेम से पहले, गेम के दिन, गेम के बारे में नॉर्मच चर्चाएं होती है, कि क्या करना है, कैसे करना है बस. बाकी सभी को उनके रोल पता है, तो इसमें किसी मैसेज की जरूरत नहीं है."


यह भी पढ़ें: 'बचकर रहना रे बाबा', फाइनल में बहुत डरावने हैं ऑस्ट्रेलिया के आंकड़ें, आजतक कोई टीम नहीं कर पाई ऐसा