India vs Australia Sydney test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा. पांचवें दिन खेल की शुरुआत में ही कप्तान अजिंक्य रहाणे के आउट होने के बाद ऐसा लग रहा था कि मानो ऑस्ट्रेलिया दो सेशन में ही यह मैच जीत लेगा, लेकिन भारत के चोटिल खिलाड़ियों ने उसके सपनों पर पानी फेर दिया.


खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद टीम इंडिया ने सिडनी में योद्धा वाली शैली का परिचय दिया और इसका रिजल्ट ये रहा कि भारत हारा हुए मैच को ड्रॉ कराने में सफल रहा. सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराने में सबसे बड़ा योगदान चोटिल हनुमा विहारी का रहा. हैमस्ट्रिंग इंजरी से जूझ रहे हनुमा विहारी ने 161 गेंदो में नाबाद 23 रनों की पारी खेल ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के हौसले पस्त कर दिए.


दरअसल, विहारी दूसरी पारी में चोटिल हो गए थे. वह रन लेने के लिए दौड़ भी नहीं पा रहे थे. इसके बावजूद उन्होंने लंगड़ाते हुए मैच ड्रॉ करा दिया. विहारी के इस हौसले का आईसीसी भी मुरीद हो गया है. आईसीसी ने ट्वीट कर विहारी के जज्बे को सलाम किया.





इसके अलावा भारत को हार से बचाने में आर अश्विन और ऋषभ पंत का भी अहम योगदान रहा. अश्विन ने 128 गेंदो में 39 रनों की नाबाद पारी खेली. टेस्ट क्रिकेट में चार साल के बाद अश्विन ने एक पारी में 100 से ज्यादा गेंदे खेली हैं. वहीं पंत ने चोटिल होने के बावजूद 118 गेंदो में ताबड़तोड़ 97 रन बनाए. इन तीनों खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया के जीत के मनसूबों पर पानी फेर दिया.


ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 338 रन बनाए थे और भारत को पहली पारी में 244 रनों पर समेट दूसरी पारी में 94 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी. ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी छह विकेट के नुकसान पर 312 रनों पर घोषित कर भारत को मजबूत लक्ष्य दिया था. इसके जवाब में भारतीय टीम 131 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 334 रन बनाकर मैच ड्रॉ करा लिया. इस ड्रॉ के साथ चार मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर है. अब चौथा टेस्ट मैच 15 जनवरी से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा.


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