अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में नस्लीय विवाद की कड़ी आलोचना की है. आईसीसी ने अपने बयान में कहा है कि वह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को जांच में पूरा समर्थन देने को तैयार है.


भारतीय टीम ने मैच रेफरी डेविड बून से तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद नस्लीय टिप्पणियों को लेकर शिकायत की थी. चौथे दिन मैच अधिकारी और स्टेडियम के अधिकारी चौकन्ने थे. चौथे दिन जब मोहम्मद सिराज ने इस मामले को लेकर एक बार फिर शिकायत दर्ज कराई तो खेल रोक दिया गया और सुरक्षा अधिकारियों ने छह लोगों को मैदान से बाहर भेज दिया.


आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनु स्वाहने ने कहा, "हमारे खेल में भेदभाव को लेकर कोई जगह नहीं है और हम पूरी तरह से निराश हैं कि दर्शकों की बहुत कम तादाद के लिए यह खराब व्यवहार मानने योग्य है. हमारी भेदभाव को लेकर नीति है जिसे सदस्यों को मानना होता है और यह सुनिश्चित करना होता है कि प्रशंसक भी उसे मानें. मैदान पर मौजूद अधिकारियों और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने जो कदम उठाए हम उससे खुश हैं."


उन्होंने आगे कहा, "हम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और संबंधित अधिकारियों को अपना पूरा समर्थन देते हैं. साथ ही हम खेल में किसी तरह से नस्लवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे."


कोहली ने भी जाहिर की नाराजगी


इससे अलग पैटरनिटी लीव पर भारत आए नियमित कप्तान विराट कोहली ने भी सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर की गई नस्लीय टिप्पणी को लेकर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.


कोहली ने कहा, "नस्लीय टिप्पणी बिलकुल स्वीकार्य नहीं है. बाउंड्री लाइन पर ऐसे कई अनुभवों से गुजरने के बाद, मैं कह सकता हूं कि ये बर्दाश्त के बाहर है. मैदान पर ऐसा देखना काफी दुख पहुंचाने वाला है."


उन्होंने आगे कहा, इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है, जिससे चीज़ें सही हो सकें.


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