भारतीय बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने दो साल पहले ऑस्ट्रेलिया में करियर के अपने शुरूआती दो मैचों में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन इस बार चार मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरूआती दो मैचों में उनका बल्ला खामोश रहा है. इस सीरीज के चार पारियों में उन्होंने अब तक 101 गेंदों का सामना किया है.


इस संघर्ष के कारण टीम प्रबंधन तीसरे टेस्ट के लिए अग्रवाल की जगह रोहित शर्मा को अंतिम एकादश में शामिल कर सकते हैं. पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने अग्रवाल के खराब फॉर्म का कारण उनका सही से खड़ा न होना बताया है.


गावस्कर ने कहा, " उनके पैरों के बीच (अतिरिक्त) जगह उन्हें वह संतुलन नहीं दे रही है जिसकी उन्हें ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ आगे या पीछे जाने की जरूरत है. ऐसी पिचों पर जहां थोड़ा उछाल है, आपको अपने बैक-फुट का इस्तेमाल करना होगा. उन्होंने अपने बैक-फुट का इस्तेमाल नहीं किया है. उन्होंने हर समय फ्रंट फुट पर जाने की कोशिश की है."


अग्रवाल के बचपन के कोच इरफान सैट भी उनकी बल्लेबाजी से दुखी हैं. सैट ने आईएएएनएस से कहा, " उनके पैरों के बीच के अलावा उनका हाथ बहुत पीछे है. उनका हाथ उनके दाहिने कूल्हे के पास है, जबकि यह पेट बटन के पास होना चाहिए जैसा कि पहले था."


सैट अग्रवाल के खराब प्रदर्शन से हैरान हैं और सोच रहे हैं कि क्यों और किसकी सलाह पर दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपना रुख बदल लिया. यह संभावना कम ही है कि भारतीय टीम प्रबंधन उन्हें अनुभवी रोहित से ज्यादा प्राथमिकता देगी. उन्हें अब युवा खिलाड़ी शुभमन गिल के साथ भी प्रतिस्पर्धा करना होगा, जिन्होंने मेलबर्न में अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया था.