IND vs AUS: 'टेस्ट सीरीज के दौरान ऐसी बयानबाजी होती रहेगी, क्या ऑस्ट्रेलिया हमें...', अश्विन ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज को दिया करारा जवाब
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच में 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 9 फरवरी से नागपुर के मैदान में होगा, लेकिन सीरीज शुरू होने से पहले ही बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका.
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच में 4 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का आगाज 9 फरवरी से नागपुर के मैदान पर होगा. इस सीरीज के शुरू होने से पहले ही पिच को लेकर बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर खिलाड़ी इयान हीली ने अपने एक बयान में कहा था कि यदि 2016-17 की सीरीज जैसी पिच इस दौरे पर भी हमें मिलती हैं तो ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए मुश्किल हो सकती है. पिच के बर्ताव को लेकर उनके इस बयान पर अब आर अश्विन ने भी जवाब दिया है.
इयान हीली ने अपने बयान में कहा था कि यदि भारत ऐसी पिच तैयार करता है जो शुरू में बल्लेबाजी और खेल आगे बढ़ने के साथ स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होगी तो ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास सीरीज जीतने का अच्छा मौका होगा. लेकिन यदि भारत पिछली सीरीज की तरह पिच बनाता है जहां पहले दिन से असामान्य उछाल और स्पिन देखने को मिला था तो ऐसी पिच पर वह हमसे बेहतर खेल दिखाता है.
वहीं अश्विन ने अब इयान हीली के इसी बयान पर कटाक्ष करते हुए सीरीज शुरू होने से पहले थोड़ा और रोमांच बढ़ा दिया है. अश्विन ने हीली के बयान को लेकर कहा कि एक पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने इस बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के शुरू होने पहले कुछ बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय टीम सुनिश्चित करेगी की ऑस्ट्रेलियाई यहां पर असहज महसूस करें. मुझे विश्वास नहीं कि वह हमें अपने देश में ऐसी विकेट देंगे जो हमारे खेल के दौरान प्राप्त होने वाले विकेट के थोड़ी भी करीब होता है.
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से इस तरह की बयानबाजी होती रहेगी – अश्विन
अश्विन ने आगे कहा कि स्टीव स्मिथ और उस्मान ख्वाजा ने इस सीरीज के शुरू होने से पहले कुछ बयान दिए हैं. वहीं मार्नश लाबुशेन और मैट रेनशॉ की तरफ से भी कुछ ऐसे ही बयान देखने को मिले. इस पूरी सीरीज के दौरान आपको इस तरह की बयानबाजी लगातार देखने को मिलेगी.
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले कोई भी अभ्यास मैच नहीं खेल रही है और अश्विन ने उनके इस कदम पर निशाना साधते हुए कहा कि जब आपको किसी देश के दौरे पर 3 या 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी होती है तो वहां पर आपको लगभग 1 महीने से अधिक का समय बिताना होता है. ऐसे में यदि आपको टेस्ट सीरीज में उतरने से पहले अभ्यास मैच खेलना चाहिए ताकि आप वहां के हालात में खुद को ढाल सकें लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ऐसा नहीं किया क्योंकि वह अधिक थकना नहीं चाहते थे. उन्होंने अपने ही देश में यहां की परिस्थितियों के हिसाब से अभ्यास करने का फैसला किया.
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