Vikram Rathour On Rohit Sharma Nagpur Century: भारतीय क्रिकेट टीम के बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने शुक्रवार को मजबूत ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण के खिलाफ टर्निंग पिच पर शानदार शतक लगाने वाले कप्तान रोहित शर्मा की जमकर तारीफ की. रोहित ने नैथन ल्योन और पैट कमिंस जैसे गेंदबाजों के शानदार आक्रमण के खिलाफ धीमी और टर्निंग पिच पर 345 मिनट तक बल्लेबाजी की और शानदार 120 रन बनाए. 


रोहित के शतक और रवींद्र जडेजा व अक्षर पटेल के बीच आठवें विकेट के लिए 81 रन की साझेदारी ने भारत को बढ़त लेने में मदद की. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 321/7 रन बना लिए हैं. 


शुक्रवार को रोहित का शतक उनके पहले के कुछ प्रयासों से काफी अलग था, जब उन्होंने पारी की शुरूआत की थी - जैसे कि चेपॉक में पिच पर 161 या सितंबर 2021 में द ओवल में सीमिंग विकेट पर उनका शतक आया था. 


बल्लेबाजी कोच ने कहा कि यह रोहित का स्तर और परिस्थितियों के अनुकूल ढलने और अपनी बल्लेबाजी शैली को बदलने की क्षमता थी, जिसने उन्हें नागपुर में सफल होने में मदद की. बता दें कि स्टार ओपनर ने गुरुवार को काफी आक्रामक शुरुआत की थी. हिटमैन ने 66 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. इसके बाद शतक लगाने के लिए उन्होंने 105 गेंदों का सामना किया. यानी 171 गेंदों में सेंचुरी पूरी की. 


विक्रम राठौर ने कहा, "मुझे लगता है कि एक बल्लेबाज के रूप में उसके पास यही गुण है. वह वास्तव में अच्छी तरह से चीजों को बेहतर करते हैं. वह ऐसे व्यक्ति हैं जो अपना खेल बदल सकते हैं. आप जानते हैं कि वह भारत में कैसा प्रदर्शन करते हैं और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में अपने रन कैसे बनाए."


राठौर ने शुक्रवार को पोस्ट-प्ले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि फिर हमने इंग्लैंड की यात्रा की. वह पूरी तरह से अलग पिच थी, जिस पर आपको खेलना पड़ा और आज, यह आसान विकेट नहीं था. उन्हें रन बनाने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी. आम तौर पर वह शुरुआती रन बनाने के बाद चार्ज करते हैं. वह वास्तव में आगे बढ़ना पसंद करते हैं.


यह पूछे जाने पर कि क्या दिन के अंतिम सत्र में 95 रन बनाकर भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बना दिया है तो राठौर ने कहा कि उनके लिये मैच तभी समाप्त होता है जब आखिरी गेंद फेंकी जाती है.


यह पूछे जाने पर कि कुलदीप यादव से पहले अक्षर पटेल को चुनते समय उनकी बल्लेबाजी क्षमता पर विचार किया गया? इस बारे में राठौर ने कहा कि एक गेंदबाज के रूप में आपके पास भारत में कुछ शानदार रिकॉर्ड होना चाहिए (चयनित होने के लिए), इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह एक विचार भी है. उनकी बल्लेबाजी निश्चित रूप से एक बोनस है. यह बहुत अच्छा है कि वह जितनी अच्छी तरह से बल्लेबाजी कर सकते हैं तो भारत के लिए फायदेमंद होगा. लेकिन एक गेंदबाज के रूप में मुझे लगता है कि उन्होंने, छह या सात मैचों में 40 से अधिक विकेट लिए हैं. 


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