17 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज में स्टीव स्मिथ भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं. दुनिया के सबसे महान बल्लेबाज रहे सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के गेंदबाजों को स्मिथ की चुनौती से निपटने के लिए सलाह दी है. सचिन का कहना है कि स्मिथ की गैरपारंपरिक तकनीक के कारण भारतीय गेंदबाजों को उन्हें थोड़ी बाहर गेंदबाजी करनी होगी. सचिन ने कहा कि स्मिथ को पांचवीं स्टंप की लाइन पर गेंदबाजी करें.


गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में संलिप्तता के कारण भारत-आस्ट्रेलिया के बीच 2018-19 में हुई पिछली श्रृंखला से बाहर रहे स्मिथ इस बार इसकी भरपाई के लिए तैयार होंगे. स्मिथ ने भारत के खिलाफ छह टेस्ट शतक जड़े हैं.


तेंदुलकर ने कहा, ''स्मिथ की तकनीक गैरपारंपरिक है. टेस्ट मैचों में हम गेंदबाज को आफ स्टंप या चौथे स्टंप की लाइन के आसपास गेंदबाजी करने के लिए कहते हैं लेकिन स्मिथ मूव करता है इसलिए शायद गेंद की लाइन चार से पांच इंच और आगे होनी चाहिए.''


सचिन ने गेंदबाजों को स्मिथ के सामने बॉलिंग करते हुए मानसिक बदलाव करने के बारे में भी कहा है. उन्होंने कहा, ''स्टीव के बल्ले का किनारा लगे इसके लिए चौथे और पांचवें स्टंप के बीच की लाइन पर गेंदबाजी करने का लक्ष्य बनाना चाहिए. यह कुछ और नहीं बल्कि लाइन में मानसिक रूप से बदलाव करना है.''


तेंदुलकर ने आगे कहा, ''मैंने पढ़ा है कि स्मिथ ने कहा है कि वह शॉर्ट पिच गेंदबाजी के लिए तैयार है. वह उम्मीद कर रहा है कि गेंदबाज शुरुआत से ही उसके खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाएंगे. लेकिन मुझे लगता है कि आफ स्टंप के बाहर की तरफ उसकी परीक्षा ली जानी चाहिए. उसे बैकफुट पर रखो और शुरुआत में ही गलती करवाओ.''


जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और उमेश यादव की मौजूदगी में भारत का तेज गेंदबाजी आक्रमण प्रभावी है लेकिन तेंदुलकर चाहते हैं टीम प्रबंधन एक रक्षात्मक गेंदबाज की भी पहचान करे.


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