IND vs AUS: ऑस्ट्रेलियाई टीम को 9 फरवरी से भारत के खिलाफ 4 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज खेलनी है जिसका आगाज नागपुर से होगा. कंगारू टीम इस बात से पूरी तरह परिचित है कि उसके लिए इस टेस्ट सीरीज में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा सबसे बड़ा खतरा होंगे. भारतीय पिचों पर इन दोनों ही स्पिन गेंदबाजों का सामना करना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान काम नहीं रहा है.
साल 2017 में जब आखिरी बार ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत में टेस्ट सीरीज खेली थी तो रवींद्र जडेजा ने 4 मैचों में सर्वाधिक 25 विकेट अपने नाम किए थे. इसी को लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज खिलाड़ी शेन वॉट्सन ने कंगारू टीम के दाएं हाथ के खिलाड़ियों को जडेजा की गेंदबाजी का सामना करने के लिए एक अहम सलाह दी है.
शेन वॉटसन के अनुसार, रवींद्र जडेजा अपनी गेंदबाजी के दौरान विकेट पर अटैक करने का सबसे ज्यादा प्रयास करते हैं, ऐसे में दाएं हाथ के बल्लेबाजों को उनकी गेंदों का सामना करना थोड़ा मुश्किल होता है. ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास इस समय मार्नश लाबुशेन और स्टीव स्मिथ के रूप में दो शानदार दाएं हाथ के खिलाड़ी मौजूद हैं. स्मिथ ने तो पिछली बार भारत दौरे पर खेली गई टेस्ट सीरीज में 499 रन बनाए थे.
वॉटसन ने बताया कैसे करें जडेजा का सामना
वॉटसन ने ईएसपीएन क्रिकइंफो को दिए अपने बयान में कहा कि जडेजा का सामना करने के दौरान यदि गेंद अधिक टर्न नहीं ले रही है तो आसान हो जाता है क्योंकि वह गेंद को तेज गति के साथ फेंकते हैं लेकिन यदि पिच से उन्हें मदद मिलती है तो वह बिल्कुल ही एक अलग गेंदबाज दिखने लगते हैं.
वॉट्सन ने अपने बयान में आगे कहा कि जब जडेजा की गेंद टर्न होकर तेजी के साथ आती है तो दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए खेलना उसे काफी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में उनकी गेंदों के खिलाफ एक बल्लेबाज होने के नाते आपको शुरू से बचने की नहीं बल्कि रन बनाने की कोशिश करनी चाहिए.
जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ झटके हैं 63 विकेट
रवींद्र जडेजा लंबे समय के बाद क्रिकेट मैदान में वापसी कर रहे हैं. घुटने की सर्जरी के बाद उन्होंने खुद की फिटनेस को साबित करने के लिए रणजी मुकाबला भी खेला, जिसमें उन्होंने एक पारी में ही 7 विकेट अपने नाम किए थे. जडेजा ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 12 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 63 विकेट अपने नाम किए हैं.
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