इंडियन क्रिकेट टीम दो महीने लंबे ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को सबसे ज्यादा उम्मीदें अपने तीन तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा से हैं क्योंकि इन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली सीरीज में 48 विकेट चटकाए थे. इन गेंदबाजों की वजह से ही इंडियन क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर 2-1 से हराकर इतिहास रचा.


शमी, बुमराह और ईशांत शर्मा की बदौलत टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 2018-19 की टेस्ट सीरीज में आठ में से सात बार आस्ट्रेलिया को ऑल आउट किया था. 2018 कैलेंडर साल में इन तीनों ने मिलकर 136 विकेट लिए थे. इसी के साथ इन तीनों ने माइकल होल्डिंग, मैल्कम मार्शल और जोएल गार्नर (1984 में 130 विकेट) के रिकार्ड को तोड़ा था. उन 136 विकेटों में से 45 विकेट सिर्फ आस्ट्रेलिया में खेले गए शुरुआती तीन टेस्ट मैचों में आए थे.


लेकिन इन तीनों गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. भारत के पास टेस्ट सीरीज में बाएं हाथ का गेंदबाज नहीं और उसकी कमी टीम खल सकती है.


21वीं सदी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में जितना भी अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब हुई है उसमें बाएं हाथ के गेंदबाजों में बेहद ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. चाहे ब्रिस्बेन मे जहीर खान के पांच विकेट हों जिसने 2003-04 में कप्तान सौरव गांगुली के शतक की तरह लय दिलाई थी, या फिर सिडनी में इरफान पठान के दो विकेट हों. 2007-08 में पर्थ में पठान द्वारा शुरुआती सफलता दिलाने के बाद आरपी सिंह का कहर बरपाना रहा हो. 2003-04 एडिलेड टेस्ट में आशीष नेहरा ने भी कुछ अहम विकेट लिए थे.


दूसरे दशक में इन लोगों के बाद कोई भी बाएं हाथ का तेज गेंदबाज कुछ खास नहीं कर सका. जयदेव उनादकट, खलील एहमद, बरिंदर सिंह सरण, श्रीनाथ अरविंद या घरेलू स्टार अनिकेत चौधरी प्रभावित नहीं कर सके.


भारतीय टीम में इस समय सभी दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं और यहां वह मेजबान आस्ट्रेलिया से पीछे रह जाती है. खासकर तब जब स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर की वापसी हुई है और मार्नस लाबुशैन बेहतरीन फॉर्म में हों.


भारत के बाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने कहा, "जब तेज गेंदबाजी की बात आती है तो इसमें कोई शक नहीं है कि दोनों टीमें बराबर की हैं. भारत के पास विश्व स्तरीय तेज गेंदबाजी आक्रमण है. लेकिन मुझे लगता है कि आस्ट्रेलिया थोड़ी सी आगे है क्योंकि वह घर में खेल रही है और मिशेल स्टार्क के रूप में उनके पास बाएं हाथ का तेज गेंदबाज है.''


दोनों टीमों के पास हैं शानदार गेंदबाज


एक जनवरी 2018 से, ईशांत ने 18 टेस्ट मैचों में 71 विकेट लिए हैं. शमी ने 22 टेस्ट मैचों में 85 विकेट लिए हैं. बुमराह ने 14 टेस्ट मैचों में 68 विकेट लिए हैं. आस्ट्रेलिया के लिए जोश हेजलवुड ने 16 मैचों में 59 विकेट, पैट कमिंस ने 21 मैचों में 107 विकेट, स्टार्क ने 18 टेस्ट मैचों में 77 विकेट लिए हैं.


स्टार्क ने भारत के खिलाफ खेली गई पिछली सीरीज में अच्छा नहीं किया था. उन्होंने चार टेस्ट मैचों में सिर्फ 13 विकेट लिए थे. इस सीरीज के बाद हालांकि उन्होंने आठ टेस्ट मैचों में 45 विकेट झटके. इनमें से सात टेस्ट उन्होंने आस्ट्रेलिया में ही खेले थे.


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