IND vs BAN: जयदेव उनादकट की 12 साल बाद कैसे टीम इंडिया में हुई वापसी, जानिए
India vs Bangladesh: जयदेव उनादकट की 12 साल बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी हुई है. बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में वह चोटिल मोहम्मद शमी की जगह लेंगे.
Jaydev Unadkat returned to Team India: जयदेव उनादकट ने 4 जनवरी 2022 को भारी मन से ट्वीट करते हुए लिखा, प्रिय रेड बॉल क्रिकेट, कृपया मुझे एक और मौका दीजिए. मैं आपको गर्व महसूस करवाऊंगा. यह मेरा वादा है. तब कोविड-19 की वजह से रणजी ट्रॉफी 2021-22 के सीजन को स्थगित कर दिया गया था. दरअसल उनादकट ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत टेस्ट से की थी. लेकिन एक टेस्ट खेलने के बाद टीम इंडिया से उनकी छुट्टी हो गई. करीब 12 साल बीतने को हैं तब से टेस्ट टीम में उनकी सुध नहीं ली गई. इस दौरान उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन भी किया. उन्हें कभी-कभार भारत के लिए व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलने का मौका मिला. मार्च 2018 के बाद जयदेव को टीम इंडिया में किसी भी फॉर्मेट के लिए नहीं चुना गया. लेकिन अब 12 साल बाद उन्हें भारतीय टेस्ट टीम के लिए बुलावा आया है वह भी रिप्लेसमेंट के तौर पर.
शमी की लेंगे जगह
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से बाहर हो गए हैं. शनिवार को बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर शमी के रिप्लेसमेंट के रूप में जयदेव उनादकट के शामिल किए जाने घोषणा की. उन्हें भारतीय टीम में वापसी के लिए काफी पापड़ बेलने पड़े. इसके लिए घरेलू क्रिेकेट में लगातार कई सीजन तक किया गया उनका बेहतरीन प्रदर्शन जिम्मेदार है. जयदेव उनादकट भारत के लिए अभी तक सिर्फ एक टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने दिसंबर 2010 में सेंचुरियन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत के लिए अपना पहला और अंतिम टेस्ट मैच खेला था.
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
बीते कई वर्षों से जयदेव उनादकट घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने में सफल रहे. सप्ताह पर पहले उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में कप्तानी करते हुए सौराष्ट्र को चैंपियन बनाया. महाराष्ट्र के खिलाफ खिताबी मुकाबले में उन्होंने 10 ओवर में 25 रन देकर 1 विकेट लिया. जबकि कर्नाटक के विरद्ध सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने 26 रन देकर 4 विकेट लिए थे. विजय हजारे ट्रॉफी में 10 मैचों में उन्होंने कुल 19 विकेट चटकाए. टूर्नामेंट में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ 23 रन देकर 5 विकेट आउट करना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा.
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके करियर पर नजर डाली जाए तो उनादकट ने 96 मैचों में 353 विकेट लिए हैं. 2019-20 रणजी सीजन में उन्होंने सबसे ज्यादा 67 विकेट हासिल किए जिसके चलते सौराष्ट्र फाइनल जीतने में सफल रहा. 2018-19 रणजी सीजन में उन्होंने सौराष्ट्र के लिए 39 विकेट लिए तब उनकी टीम फाइनल में विर्दभ से हार गई थी. कुल मिलाकर भारतीय टेस्ट टीम में उन्हें फिर बुलाए जाने की वजह बरसों से उनकी कड़ी मेहनत रही है.
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