Ishan Kishan Double Century: ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे मैच में इतिहास रच दिया. इस मुकाबले में उन्होंने 210 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली. वह भारत की तरफ से एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले चौथे क्रिकेटर हैं. इसके अलावा इस साल टीम इंडिया के पहले ओपनर हैं जिन्होंने पारी का आगाज करते हुए शतक जड़ा. ईशान के लिए क्रिकेटर बनना आसान नहीं रहा. इसके लिए उन्हें स्कूल तक छोड़ना पड़ा. उन्हें क्रिकेट खेलने की वजह से स्कूल से निकाल दिया गया था. लेकिन आज उसी ईशान किशन ने वनडे में सबसे तेज दोहरा शतक लगाकर इतिहास रच दिया.
पढ़ाई दरकिनार कर क्रिकेट चुना
पटना से ताल्लुक रखने वाले ईशान किशन ने सात साल की उम्र में बल्ला थाम लिया. क्रिकेट के प्रति उनकी ऐसी दीवानगी थी कि वह खाना पानी भूल जाते थे. उनके क्रिकेट के प्रति प्यार को देख उनके टीचर काफी परेशान थे. क्लास में बार बार खड़ा किए जाने के बाद वह क्रिकेट मैदान पर जाने से नहीं चूकते. एक बार उनके टीचर ने उनसे परेशान होकर कहा कि पढ़ाई या क्रिकेट में से किसी एक को चुन लीजिए. इसके बाद उन्होंने क्रिकेट चुना. ईशान को पढ़ाई छोड़ने का जरा भी मलाल नहीं था. उन्हें भरोसा था कि एक न एक दिन उनके बल्ले से रन जरूर निकलेंगे. उन्हें क्रिकेटर बनाने में उनके बड़े भाई राज किशन का सबसे ज्यादा योगदान है.
सबसे तेज डबल सेंचुरी
ईशान किशन ने वनडे इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने का करिश्मा किया है. उन्होंने अपनी डबल सेंचुरी 113 गेंद पर पूरी की. इस मामले में उन्होंने वेस्टइंडीज के बल्लेबाज क्रिस गेल को पीछे छोड़ दिया. गेल ने साल 2015 में बांग्लादेश के खिलाफ 138 बॉल पर दोहरा शतक जड़ा था. यह ओवर ऑल महिला और पुरुष क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक है. इसके अलावा वह सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा के बाद वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले भारत के चौथे बल्लेबाज हैं. वह सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा, मार्टिन गुप्टिल, वीरेंद्र सहवाग क्रिस गेल और फखर जमान के बाद वनडे मे डबल सेंचुरी लगाने वाले दुनिया के सिर्फ सातवें बैटर हैं.
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