Ravichandran Ashwin 500th Test Wicket Dispute: रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट में 499 विकेट पूरे कर लिए हैं. इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापटनम में खेले गए दूसरे टेस्ट के ज़रिए भारतीय स्पिनर ने 499 विकेट का आंकड़ा छूआ. इसी मुकाबले में अश्विन 500 टेस्ट विकेट का आंकड़ा भी छूने ही वाले थे कि अंपायर ने बैटर को आउट देकर नॉटआउ करार दे दिया. यानी, पहले अंपायर ने बैटर को आउट दिया और फिर उसे नॉटआउट में तब्दील कर दिया. तो आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ और क्या है पूरा माजरा.
मुकाबले की चौथी पारी के 63वें ओवर में बैटिंग कर रहे टॉम हार्टले ने अश्विन की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलना चाहा, लेकिन गेंद उनके हाथ से लगकर गई और कैच कर लिया गया. भारतीय टीम की तरफ से कैच के लिए अपील की गई और फील्ड अंपायर ने इसे आउट करार दिया.
लेकिन हार्टले ने कैच के लिए रिव्यू लिया और फील्ड अंपायर के फैसले को चुनौती दी. थर्ड अंपायर ने रिप्ले में चेक किया, जिसमें गेंद और बल्ले का कोई संपर्क नहीं दिखा और फिर हार्टले को नॉटआउट दे दिया गया. गेंद हार्टले की बांह पर लगी थी.
लेकिन कैच के बाद थर्ड अंपायर ने LBW चेक किया. थर्ड अंपायर ने LBW के लिए फैसला 'अंपायर कॉल' के ज़रिए किया. क्योंकि भारतीय टीम ने कैच के लिए अपील की थी, तो LBW में फील्ड अंपायर का फैसला नॉटआउट रहा. इसलिए जब थर्ड अंपायर ने 'अंपायर कॉल' को फैसला बताया तो हार्टले नॉटआउट रहे.
दोबार DRS चेक करने के लिए भिड़े रोहित शर्मा
फील्ड अंपायर ने कैच के लिए हार्टले को आउट दिया था, जिसे रिव्यू के बाद उन्होंने बदल लिया और हार्टले नॉट आउट रहे. लेकिन जब थर्ड अंपायर ने LBW चेक किया तो 'अंपायर कॉल' पर फैसला दिया, जिससे हार्टले एक बार फिर नॉटआउट ही रहे. अंपायर के फैसले को देख रोहित शर्मा समेत टीम के कई खिलाड़ी अपंयार के पास गए और DRS दोबारा चेक किया गया, लेकिन हार्टले दोनों ही कंडीशन में नॉटआउट ही रहे.
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