India vs England 5th Test, Devdutt Padikkal: घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले देवदत्त पडिक्कल ने 2021 में ही अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया के दरवाज़े पर दस्तक दे दी थी. शानदार प्रतिभा के धनी इस बल्लेबाज ने आईपीएल में आरसीबी के लिए शतक जड़ने के बाद श्रीलंका के खिलाफ टी20 मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा. हालांकि, पिछले दो सालों में उनका बैटिंग ग्राफ आगे नहीं बढ़ा. अब इसकी असल वजह सामने आई है.
दरअसल, पिछले दो साल से पूरी तरह फिट नहीं होने की वजह से पडिक्कल अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे. वह दो सालों तक बीमारी से जूझते रहे. हालांकि, इन कठिन परिस्थितियों ने उनका खेल के प्रति लगाव और बढ़ा दिया. अब जब धर्मशाला टेस्ट में उनको मौका मिला तो उन्होंने इसे दोनों हाथों से भुनाया और डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में अर्धशतक जड़ दिया.
पडिक्कल ने 2021 में श्रीलंका के खिलाफ टी20 मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था, लेकिन कोविड-19 से संक्रमित होने और पेट संबंधी बीमारी के कारण उनके करियर का ग्राफ आगे नहीं बढ़ पाया. इन चुनौतियों से पार पाने के बाद पडिक्कल ने घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगना शुरू कर दिया, जिसका परिणाम यह निकला कि उन्हें भारत की टेस्ट टीम में जगह मिल गई.
इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में उन्होंने शुक्रवार को 65 रन की लाजवाब पारी खेली, जिसमें 10 चौके और एक छक्का शामिल रहा. पडिक्कल ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से कहा, "मेरा हमेशा से मानना रहा है कि आप जो भी काम करते हो उसमें सफलता के लिए अनुशासन बेहद जरूरी है. फिर चाहे वह अभ्यास हो या दैनिक जीवन की आदतें या फिर भोजन. मैंने अनुशासित रहने का प्रयास किया और यही मेरा मुख्य लक्ष्य था. बीमारी के दौरान मैं बहुत कुछ नहीं कर सका, लेकिन फिर भी मैं चाहता था कि मैं अन्य क्षेत्रों में पीछे ना रहूं. मैंने खुद पर काम जारी रखा फिर चाहे वह मानसिक हो या फिर छोटी -छोटी चीजें."
पडिक्कल ने जब पूर्ण फिटनेस हासिल करने के बाद वापसी की तो उनका खेल और अधिक निखर गया था. इसके अलावा उन्होंने अपने खेल में कुछ तकनीकी बदलाव भी किए. उन्होंने कहा, "तकनीकी तौर पर मैंने कुछ बदलाव किए, लेकिन मानसिक तौर पर भी मैंने बदलाव किए. मैंने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि मैं खेल का पूरा लुत्फ उठाऊं. पिछले दो सालों में मैंने बहुत अधिक क्रिकेट नहीं खेली और तब मुझे एहसास हुआ कि इस खेल से मेरा कितना गहरा लगाव है और मुझे इसकी कितनी कमी खल रही है."
रजत पाटीदार के चोटिल होने के कारण पडिक्कल को टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिल गया. उन्होंने कहा, "मुझे पिछली रात संदेश मिला था कि मैं खेल सकता हूं. मैं नर्वस था. यह मुश्किल रात थी, लेकिन इसके साथ ही आप इसका आनंद भी लेते हो. आपको इसी दिन का इंतजार रहता है."