IND Vs ENG: इंडिया और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे टेस्ट मैच में दो दिन का खेल पूरा हो चुका है. दूसरे दिन के खेल तक टीम इंडिया ने मैच में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है. लेकिन टीम में चार तेज गेंदबाज होने के बावजूद दूसरे दिन कप्तान विरा कोहली ने स्पिनर रवींद्र जडेजा से गेंदबाजी करवाई. 


इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन कोहली ने यह फैसला उस समय लिया जब आसमान में बादल थे और हालात पूरी तरह तेज गेंदबाजों के लायक थे. इसका कारण पहले टेस्ट में भारत की धीमी ओवर-रेट थी, जिसके कारण उसे ड्रॉ पहले टेस्ट से हासिल चार में से दो अंक काट दिए गए थे.


अब जबकि प्रत्येक टेस्ट मैच आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का एक हिस्सा है, दो साल के चक्र के समापन पर प्वाइंट्स टेबल में टॉप पर बने रहना अहम है और ऐसे मे एक-एक अंक मायने रखता है. इसका कारण यह है कि यही अंक जुटाकर केवल दो टीमें ही फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी.


बेहद सख्त हैं नए नियम


जिन हालात में कोहली ने जडेजा से गेंदबाजी कराई, उनके जैसा एक धीमा गेंदबाज परिस्थितियों के अनुकूल नहीं था, खासकर जहां पिच पर अभी भी घास की पट्टियां थीं और टूट-फूट के छोटे निशान थे. दूसरे शब्दों में, दोनों सिरों पर तेज गेंदबाजों को लगाने की जरूर थी. लेकिन आईसीसी के ओवर रेट को लेकर लागू किए गए नए नियम बेहद सख्त हैं.


जडेजा को नर्सरी एंड से लाया गया था, ताकि गेंद को लॉर्डस के ऐतिहासिक साइड-वे रिज पर ढलान से नीचे किया जा सके. दिलचस्प बात यह है कि जैसे ही उन्होंने अपना चार ओवर का स्पैल पूरा किय. मोहम्मद शमी ने उनकी जगह ली. मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी की कमान संभालते ही क्रीज पर 49 रन बनाकर खेल रहे बर्न्स को पवेलियन वापस भेज दिया.


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