(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
IND vs ENG: इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर निक कॉम्पटन बोले- 'कोहली सबसे ज्यादा अपशब्द कहने वाले व्यक्ति'
भारत ने दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 151 रनों से करारी शिकस्त दी. लॉर्ड्स के मैदान पर खेले गए मैच के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच नोकझोंक भी हुई.
IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में दोनों टीमों के कुछ खिलाड़ियों के बीच कहासुनी हुई थी. इंग्लैंड के कोच और पूर्व क्रिकेटर तक इस बहस में शामिल हो गए हैं. इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड के बाद पूर्व बल्लेबाज निक कॉम्पटन ने विराट कोहली की आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली सबसे ज्यादा अपशब्द कहने वाले व्यक्ति हैं.
क्या बोले कॉम्पटन
कॉम्पटन ने इंग्लैंड के लिए 2012 से 2016 के बीच 16 टेस्ट मैच खेले थे. कॉम्पटन ने ट्वीट कर कहा, "क्या कोहली सबसे ज्यादा अपशब्द बोलने वाले व्यक्ति नहीं हैं. मैं कभी भी उस बात को नहीं भूला जब मुझे 2012 में अपशब्द कहे गए थे."
Isn’t Kohli the most foul mouthed individual. I’ll Never forget the barrage of abuse I received in 2012 when the swearing 🤬 stunned me to the point that he did himself a serious disservice. It highlights what a level headed and grounded man Root, Tendulkar, Williamson et al are
— Nick Compton (@thecompdog) August 18, 2021
इंग्लैंड के कोच ने भी दिया था बेतुका बयान
दूसरे टेस्ट मैच में करारी हार के बाद इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों समेत क्रिकेट जगत की कई हस्तियों ने इंग्लैंड की आलोचना की है, जिससे बौखलाए इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड ने बेतुका बयान दिया. सिल्वरवुड ने कहा है कि वे लड़ाई से डरते नहीं है और अगर भारत उन्हें गिराने की कोशिश करेगा तो वे भी इसका जवाब देंगे.
कोहली और एंडरसन में हुई थी नोंकझोंक
भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच के पांचवें दिन कोहली और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के बीच नोंक झोंक हुई थी. हालांकि, कोहली ने बाद में एंडरसन से हाथ मिलाया था. इसके अलावा पांचवे दिन इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी करने आए जसप्रीत बुमराह के साथ भी कहासुनी की थी. इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने शानदार बल्लेबाजी की और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. इस मैच को भारत ने 151 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है.
कैसे शुरू हुई क्रिकेट में स्लेजिंग
कॉम्पटन के दादा डेनिस कॉम्पटन ने 1937 से 1957 तक 78 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया था. उस वक्त क्रिकेट जेंटलमेंट का खेल माना जाता था जहां कभी-कभी मैदान पर नोंक-झोंक होती थी. हालांकि 1970 के दशक से यह आम हो गया और ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स के कारण 1990 से 2000 के दौरान इसमें भारी इजाफा हुआ.
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