ENG vs IND Interesting Facts: वर्ल्ड कप 2023 में आज (29 अक्टूबर) भारत और इंग्लैंड के बीच मुकाबला है. टीम इंडिया जहां वर्ल्ड कप पॉइंट्स टेबल में टॉप पर मौजूद है, वहीं इंग्लैंड इस अंक तालिका में 10वें स्थान पर गिरी हुई है. यानी दोनों टीमों के हालिया परफॉर्मेंस में जमीन-आसमान का अंतर रहा है. यह अंतर टीम इंडिया का पलड़ा भारी बता रहा है. हालांकि, इंग्लैंड भले ही बैक टू बैक मैच गंवा रही है लेकिन इस टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो अकेले दम पर मैच की दशा और दिशा पलट सकते हैं. मैच का क्या नतीजा रहेगा, वह तो देर रात ही पता चलेगा, फिलहाल हम इस मुकाबले से जुड़े कुछ दिलचस्प फैक्ट्स आपको बताते हैं...
- इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के सामने पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं. शमी ने वनडे क्रिकेट में बटलर को 60 गेंदों में 5 बार आउट किया है.
- टीम इंडिया के स्टार स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की गेंदों पर जॉनी बेयरस्टो का बल्ला नहीं चल पाता है. वनडे क्रिकेट में दोनों का आमना-सामना 6 पारियों में हुआ है, इनमें 4 बार जडेजा ने बेयरस्टो को पवेलियन भेजा है.
- आदिल रशीद और मोईन अली ने विराट कोहली को 3-3 बार पवेलियन भेजा है. आज इनके खिलाफ कोहली का मुकाबला रोचक होगा.
- इंग्लैंड एकमात्र ऐसी बड़ी टीम है, जिसके खिलाफ विराट कोहली का बल्लेबाजी औसत 50 से कम है. इंग्लैंड के खिलाफ कोहली महज 43.22 के औसत से रन बना पाए हैं.
- जोस बटलर अगर आज 82 रन बना लेते हैं तो वह इंग्लैंड के लिए वनडे क्रिकेट में दूसरे सबसे तेज 5000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे.
- जोस बटलर यदि आज 5000 रन पूरे कर लेते हैं तो इंग्लैंड के छठे विकेटकीपर होंगे, जो वनडे क्रिकेट में इस आंकड़े को छुएंगे.
- टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा इस वर्ल्ड कप में पावरप्ले के दौरान 134 के धमाकेदार स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं. यही कारण है कि टीम इंडिया को बल्लेबाजी के लिए हर मुकाबले में मजबूत आधार मिल रहा है.
- जसप्रीत बुमराह वर्ल्ड कप 2023 में पावरप्ले के दौरान 2.90 की लाजवाब इकोनॉमी रेट से बॉलिंग कर रहे हैं. वह अपनी दमदार गेंदबाजी से विपक्षी बल्लेबाजों पर पावरप्ले के दौरान ही जबरदस्त दबाव बना देते हैं.
- जो रूट इस वर्ल्ड कप में चार बार पावरप्ले के दौरान बल्लेबाजी के लिए आए और इनमें से तीन बार वह पावरप्ले के दौरान ही पवेलियन लौट गए.
- वर्ल्ड कप इतिहास में अब तक दो ही बार ऐसा हुआ है जब डिफेंडिंग चैंपियन नॉक आउट में नहीं पहुंच पाई है. 1992 में ऑस्ट्रेलिया और 1999 में श्रीलंका के साथ ऐसा हुआ है. आज अगर इंग्लैंड हार जाती है तो वह भी इस लिस्ट का हिस्सा बन जाएगी.
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