IND Vs ENG: इंग्लैंड और भारत के बीच चार अगस्त से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज होने जा रहा है. टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया हालांकि कोरोना वायरस की चपेट में आ गई है. इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने हालांकि सीरीज में किसी तरह के बदलाव से इंकार किया है. ईसीबी का कहना है कि कोरोना के मामले आने के बावजूद टेस्ट सीरीज के लिए कड़ा बायो बबल नहीं बनाया जाएगा.


डरहम में अभ्यास मैच से पहले भारतीय टीम में कोरोना संक्रमण के दो मामले पाये गए. वहीं इंग्लैंड को पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला में दूसरे दर्जे की टीम उतारनी पड़ी क्योंकि उसके कई प्रमुख खिलाड़ी श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला में पॉजिटिव पाये गए थे.


इंग्लैंड में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखने को मिली है. ब्रिटेन में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 42000 से अधिक मामले पाये गए. ईसीबी ने हालांकि खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित माहौल मुहैया करवाने का भरोसा दिया है.


पहले से अलग हैं हालात


इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने पिछले साल की तुलना में हालात को अलग बताया है. हैरीसन ने कहा, ''कोरोना से निपटने के मामले में छह महीने या साल भर पहले से अब हालात अलग हैं. हम इसके साथ जीना सीख रहे हैं. लोगों के लिये बायो बबल की बजाय सुरक्षित माहौल तैयार कर रहे हैं.''


ईसीबी का मानना है कि बायो बबल से खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. हैरीसन ने कहा, ''खिलाड़ी बायो बबल से तंग आ चुके हैं. इससे खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. हमें कोरोना से निपटना सीखना होगा. निकट भविष्य में इसके साथ ही जीना है. हम प्रोटोकॉल का पूरा पालन करेंगे.''


प्रैक्टिस मैच से पहले कोविड पॉजिटिव पाए गए भारतीय खिलाड़ी और स्टाफ मेंबर में किसी तरह का गंभीर लक्षण नहीं मिला है. इन दोनों मेंबर्स को हालांकि आइसोलेशन में रखा गया है और कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही टीम कैंप के साथ जुड़ने की इजाजत दी जाएगी.


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