Bazball: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले में आखिरकर इंग्लिश टीम को बैजबॉल छोड़ना ही पड़ा. इंग्लैंड टीम ने रांची टेस्ट में पहले दिन के दूसरे सेशन में तेज तर्रार अंदाज में रन न बनाते हुए आराम से अपनी पारी को आगे बढ़ाया. इसका नतीजा भी अच्छा निकला. इस सीरीज में पहली बार ऐसा हुआ कि इंग्लैंड ने एक सेशन में कोई विकेट नहीं गंवाया.
वैसे, इंग्लैंड ने इस टेस्ट की शुरुआत भी बैजबॉल स्टाइल में ही की थी. क्राउली और डकैत ने पहले विकेट के लिए 56 गेंद पर 47 रन जड़े. यहां डकैट आउट हुए और फिर बैक टू बैक दो विकेट और गिरे. इसके बाद भी इंग्लिश टीम का बैजबॉल स्टाइल जारी रहा. बेयरस्टो ने ताबड़तोड़ अंदाज में 35 गेंद पर 38 रन जड़े. हालांकि अश्विन की एक गेंद पर स्वीप शॉट खेलने के चक्कर में बेयरस्टो को विकेट गंवाना पड़ा. इसके ठीक बाद बेन स्टोक्स भी जल्द ही चलते बने.
पहले सेशन में दिए 5 विकेट, दूसरे में नहीं दिया मौका
पहले सेशन में इंग्लैंड की टीम 24.1 ओवर में 112 रन बनाकर 5 विकेट गंवा चुकी थी. इसके बाद जब दूसरा सेशन शुरू हुआ तो इंग्लिश बल्लेबाज के हावभाव बदले-बदले से नजर आए. जो रूट और बेन फोक्स ने स्कोर को तेजी से आगे बढ़ाने की कोई कोशिश नहीं की. इन दोनों ने इस पूरे सेशन में 221 गेंद खेलते हुए 86 रन की साझेदारी की. इस सीरीज में पहली बार इंग्लैंड को इतना धीमे खेलते देखा गया. खास बात यह रही कि इस सेशन में दोनों खिलाड़ी नाबाद रहकर पवेलियन लौटे. इससे पहले अब तक इस सीरीज में इंग्लैंड ने एक भी सेशन ऐसा नहीं खेला था, जिसमें उन्होंने विकेट नहीं गंवाया हो.
सीरीज में पहली बार जो रूट का अर्धशतक
बैजबॉल छोड़ने का सबसे बड़ा असर जो रूट की बल्लेबाजी पर दिखा. पहली बार इस सीरीज में उन्होंने अर्धशतक जमाया. इससे पहले वह किसी भी पारी में 30 का आंकड़ा भी नहीं छू पाए थे. उन्होंने दूसरे सेशन का खेल खत्म होने तक 154 गेंद पर 67 रन की नाबाद पारी खेली. उनके साथ विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फोक्स ने भी 108 गेंद पर 28 रन की पारी खेलते हुए गजब का धैर्य दिखाया.
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