अहमदाबाद: भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में युवा खिलाड़ियों ने टीम इंडिया को जीत के मुहाने पर पहुंचाया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी युवा खिलाड़ियों ने अपना लोहा मनवाया था. वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल इस सीरीज के हीरो बनकर सामने आए हैं. ऐसे में फैंस के मन में यह सवाल है कि स्टार खिलाड़ी रविंद्र जडेजा की टीम इंडिया में वापसी की राह कितनी मुश्किल होने वाली है.
बता दें कि टेस्ट सीरीज में अक्षर पटेल ने डेब्यू किया. महज तीन टेस्ट मैचों में अक्षर ने 27 विकेट चटकाते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. वहीं वाशिंगटन सुंदर को बतौर गेंदबाज तो ज्यादा मौका नहीं मिला लेकिन बल्लेबाजी में उन्होंने लगभग 100 के औसत से रन बनाए. चौथे टेस्ट मैच की आखिरी पारी में सुंदर 96 रन बनाकर नाबाद रहे. उनके शतक पूरा न होने का अफसोस फैंस से लेकर खिलाड़ियों तक था.
भारत की बेंच स्ट्रेंथ दुनिया में सर्वश्रेष्ठ
ऑस्ट्रेलिया में भारत के तमाम दिग्गज खिलाड़ी चोटिल होते गए और टीम से बाहर होते गए. विराट कोहली भी पितृत्व अवकाश पर भारत लौट आए. ऐसे में मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, टी नटराजन और वाशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ियों ने भारत को जीत के मुहाने पर पहुंचाया. वहीं ऋषभ पंत की भी इस जीत में काफी अहम भूमिका निभाई. अक्षर पटेल ने जिस तरह का ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है, उससे निश्चित तौर पर टीम प्रबंधन के सामने चुनौती होगी कि किसे टीम में रखें और किसे बाहर करें.
विराट कोहली ने मैच के बाद कहा कि भारत का बेंच स्ट्रेंथ दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है. हमारे खिलाड़ी बड़े मंच पर प्रदर्शन करने को तैयार हैं. जिस तरह युवा खिलाड़ियों ने अहम मौकों पर जिम्मेदारी लेते हुए टीम को जीत तक पहुंचाया है वह काफी संतोष देने वाला है. यह दिखाता है कि अगली पीढ़ी सही समय पर अपनी भूमिका निभाने को तैयार है.