Saurabh Kumar IND vs ENG: भारत ने ऑलराउंडर सौरभ कुमार को टीम में शामिल किया है. भारत और इंग्लैंड के बीच 2 फरवरी से टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच खेला जाएगा. सौरभ को इस मुकाबले के लिए टीम इंडिया से बुलावा आया है. उत्तर प्रदेश के बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ के लिए टीम इंडिया तक का सफर आसान नहीं रहा है. इस दौरान उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया. लेकिन कभी भी हार नहीं मानी. सौरभ ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने क्रिकेट के लिए ट्रेन से हर दिन घंटों सफर किया है. वे क्रिकेट सीखने के लिए 10 साल की उम्र में ही घर से निकल गए थे.
सौरभ कुमार को पिछले साल फरवरी में पहली बार टीम इंडिया से बुलावा आया था. लेकिन तब वे नेट बॉलर के तौर पर पहुंचे थे. हालांकि अब वे टीम का हिस्सा हैं. सौरभ के लिए कोविड का वक्त भी काफी मुश्किलों भरा रहा. क्रिकइंफो की एक खबर के मुताबिक सौरभ ने 10 साल की उम्र में ही क्रिकेट सीखना शुरू कर दिया था. वे पैसेंजर ट्रेन से अपने घर बड़ौत से दिल्ली जाते थे. उनके घर और दिल्ली के बीच करीब 60 किलोमीटर की दूरी है. यह सफर वे तीन से साढ़े तीन घंटे में पूरा करते थे. सौरभ हर रोज इस रुटीन को फॉलो करते थे.
सौरभ उत्तर प्रदेश और टीम इंडिया से पहले काफी जगह क्रिकेट खेल चुके हैं. वे एक लोकल टूर्नामेंट में खेल रहे थे. इस दौरान एयरफोर्स के लोगों की नजर उन पर पड़ी. सौरभ को इंटर-डिपार्टमेंटल टूर्नामेंट में एयरफोर्स के लिए खेलने का न्यौता मिला. सौरभ एयरफोर्स के लिए खेले भी और उन्हें नौकरी भी मिल गई. इसके बाद उन्होंने 2014-15 में सेना की तरफ से रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया. यहां से सौरभ के लिए रास्ते खुलने लगे. इसके बाद वे यूपी के लिए भी खेले. अब सौरभ भारत की टेस्ट टीम का हिस्सा बन गए हैं.
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