भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता और खिलाड़ी सरनदीप सिंह ने टीम के चयन के लिए होने वाली मीटिंग के दौरान कप्तान विराट कोहली के व्यवहार को लेकर बड़ा बयान दिया है. इस ऑफ स्पिनर ने बताया कि, चयनकर्ताओं के साथ मीटिंग के दौरान विराट का आचरण बेहद ही सहज होता है. उनके साथ काम करना आसान होता है क्योंकि वो अपने आसपास मौजूद लोगों की राय सुनते है और उनका सम्मान करते है. एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक उन्होंने कहा कि, कई लोगों को लगता है कि कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री भारतीय टीम का चयन करते हैं और चयनकर्ताओं की राय को महत्व नहीं देते लेकिन ये सच नहीं बल्कि महज अफवाह है. कोहली मीटिंग के दौरान हर व्यक्ति की बात का सम्मान हो इसका पूरा ध्यान रखते है.


विराट के बारे में लोगों की राय गलत 


सरनदीप सिंह ने कहा, "विराट जब भी आते है तो टीम मीटिंग 1 से 1.5 घंटे तक चलती है. विराट एक बहुत अच्छे श्रोता है. लोग उनके बारे में क्या सोचते है इस से फर्क नहीं पड़ता." उन्होंने कहा, "कोहली जब मैदान पर होते हैं तब चाहे वो बैटिंग कर रहें हो या फील्डिंग उनका रवैया हमेशा आक्रामक रहता है. लेकिन मैदान पर वो जितने आक्रामक है उतने ही सरल स्वभाव के भी हैं. टीम के चयन की मीटिंग के दौरान विराट का स्वभाव बेहद विनम्र होता है. वो सबकी राय सुनने के बाद ही कोई निर्णय लेते हैं."


कोहली के घर पर नहीं है एक भी नौकर


सरनदीप ने कहा कि, "आपको ये जानकर हैरानी होगी कोहली के घर पर एक भी नौकर नहीं है. इस से उनके स्वभाव का पता चलता है. उनके घर जब भी कोई मेहमान आता है तो वो और उनकी पत्नी अनुष्का खाने की सभी व्यवस्था खुद करते हैं. आपको और क्या चाहिए. टीम के सभी खिलाड़ी विराट की बहुत ज्यादा इज्जत करते हैं. वो एक बेहद मजबूत इंसान हैं."


कप्तान होने के चलते आक्रामक होना स्वाभाविक


41 वर्षीय सरनदीप सिंह का मानना है कि क्रिकेट के मैदान पर कोहली से सभी को बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा होती है. उन्होंने कहा, "टीम का कप्तान होने के चलते मैदान पर कोहली का आक्रामक होना बेहद जरुरी है. मैच के दौरान सारा दबाव उन पर होता है क्योंकि मुश्किल पलों में उन्हें ही निर्णय लेने होते हैं."


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