टॉम लाथम सात और टॉम ब्लंडल दो रन बनाकर नाबाद रहे. यह न्यूजीलैंड की 100वीं टेस्ट जीत भी है. भारत ने दिन की शुरुआत चार विकेट के नुकसान पर 144 रनों के साथ की. टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी पर थी. यह दोनों तीसरे दिन क्रमश: 25 और 15 रन बनाकर नाबाद लौटे थे.
शुरू से टीम इंडिया पर भारी था न्यूजीलैंड
टीम के खाते में तीन रन ही जुड़े थे कि विहारी पवेलियन लौट लिए. वह अपने खाते में इजाफा नहीं कर पाए. विहारी को टिम साउदी ने बोल्ड किया. रविचंद्रन अश्विन भी साउदी का शिकार बने. साउदी ने चार रन बनाने वाले अश्विन को 162 रनों पर आउट किया. ईशांत शर्मा ने विकेट पर खड़े होकर रहाणे का साथ देने की कोशिश की लेकिन अपनी पारी की 21वीं गेंद पर ही वे कोलिन डी ग्रांडहोम का शिकार हो गए. उन्होंने दो चौकों की मदद से 12 रन बनाए.
अगला नंबर रहाणे का था. बाउल्ट की ऑफ स्टम्प के बाहर की गेंद रहाणे के बल्ले के किनारे को छूते हुए विकेटकीपर बीजे वाटलिंग के हाथों में जा समाई. रहाणे ने 75 गेंदों का सामना कर 29 रन बनाए. ऋषभ पंत की 25 रनों की पारी का अंत साउदी ने 191 के कुल स्कोर पर किया और साउदी ने ही तीन गेंद बाद जसप्रीत बुमराह को पवेलियन भेज भारत को ऑल आउट कर दिया.
नहीं चल पाया एक भी बल्लेबाज
इस पारी में भारत के लिए कोई रन बना सका था तो वो रहे मयंक अग्रवाल. मयंक ने 99 गेंदों पर सात चौके और एक छक्के की मदद से 58 रनों की पारी खेली. वह तीसरे दिन ही पवेलियन लौट चुके थे. मयंक ने पहली पारी में संयम से खेलते हुए 34 रन बनाए थे. न्यूजीलैंड के लिए साउदी ने पांच विकेट लिए. ट्रेंट बाउल्ट ने चार सफलताएं अर्जित कीं. डी ग्रैंडहोम के हिस्से एक विकेट आया.