भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले वनडे मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर टीम इंडिया को 4 विकेट से मात दे दी है. यहां शुरू से ही न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टीम इंडिया के गेंदबाजों पर हावी लग रहे थे ऐसे में टीम का एक भी गेंदबाज नहीं चल पाया और न्यूजीलैंड ने आसानी से 348 रनों के टारगेट को चेस कर लिया. इस जीत में सबसे बड़ा योगदान रॉस टेलर और हेनरी निकोल्स का रहा. दोनों ने एक स्तर पर भारतीय गेंदबाजों को विकेट लेने के लिए मजबूर कर दिया था. जहां अंत में टीम ने 4 विकेट से जीत दर्ज कर ली. न्यूजीलैंड ने भारते के खिलाफ इस चेस के साथ सर्वाधिक चेस का रिकॉर्ड बना दिया है.


न्यूजीलैंड की तरफ से ओपनिंग की शुरूआत मार्टिन गप्टिल और हेनरी निकोल्स ने की. दोनों बल्लेबाजों ने काफी संभल कर खेला और 85 रनों का साझेदारी की लेकिन तभी गप्टिल 32 पर आउट हो गए. इसके बाद हेनरी का साथ देने टॉम ब्लंडेल आए लेकिन वो ज्यादा समय तक नहीं टिक पाए और 9 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद टेलर और हेनरी ने 100 रनों से ज्यादा की साझेदारी की और दोनों ने मिलकर टीम को जीत के करीब ला दिया. अंत में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के 6 विकेट गिरा दिए थे लेकिन टेलर उस वक्त भी क्रीज पर मौजूद थे. टॉम लाथम ने भी 69 रनों की पारी खेली. लेकिन मैच के हीरो रहे टेलर जिन्होंने शतक जड़ा और अंत में सैंटनर के साथ मिलकर टीम को 4 विकेट से जीत दिलाकर सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली.

भारतीय गेंदबाजी की अगर बात करें तो जसप्रीत बुमराह को 10 ओवरों में 53 रन पड़े और 1 विकेट मिला. शमी को 63 और 1 विकेट. शार्दुल ठाकुर को 80 और 1 विकेट. जडेजा को 64 और कोई विकेट नहीं तो वहीं कुलदीप यादव को 84 रन और 2 विकेट मिले.



भारत की बल्लेबाजी

श्रेयस अय्यर के करियर के पहले शतक के अलावा कप्तान विराट कोहली और लोकेश राहुल के अर्धशतकों के दम पर भारत ने न्यूजीलैंड के सामने 348 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था. अय्यर ने मुश्किल समय में आते हुए कप्तान के साथ बेहतरीन साझेदारी की और 107 गेंदों पर 103 रनों की पारी खेली. कप्तान कोहली ने उनका अच्छा साथ देते हुए 51 और राहुल ने नाबाद 88 रन बना भारत को 50 ओवरों में चार विकेट पर 347 रनों के स्कोर तक पहुंचाया.



भारत की ओर से नई सलामी जोड़ी पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल पदार्पण कर रहे थे. पृथ्वी ने जहां 20 रन बनाए तो मयंक ने 32 रन. दोनों ने पहले विकेट के लिए 50 रन जोड़ टीम को सधी हुई शुरूआत दी. कोलिन डी ग्रैंडहोम आए और अपने पहले ही ओवर में पृथ्वी का विकेट ले गए. पृथ्वी का कैच विकेटकीपर लाथम ने पकड़ा.


मयंक को टिम साउदी अपनी आउटस्विंगर से शुरू से ही परेशान कर रहे थे और ऐसी ही एक बाहर जाती छोटी गेंद पर मयंक ने कट खेला जो टॉम ब्लंडल ने पकड़ा. मयंक ने 31 गेंदों का सामना कर छह चौके लगाए. इसके बाद कप्तान कोहली और अय्यर ने कीवी गेंदबाजों के लिए मुश्किल पैदा कर दी. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 102 रनों की साझेदारी की. दोनों बल्लेबाजों के रन करने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो रही थी.

कोहली ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया. इसके तुरंत बाद कोहली लेग स्पिनर ईश सोढ़ी की गुगली को पढ़ नहीं पाए जो उनका विकेट ले गई. कप्तान का विकेट 156 के कुल स्कोर पर गिरा. कोहली ने अपनी पारी में 63 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके मारे.

अय्यर ने आसानी से अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया. लेकिन शतक पूरा करने के बाद वह साउदी की गेंद पर आउट हो गए. अय्यर 292 के कुल स्कोर पर आउट हुए. अय्यर और राहुल ने चौथे विकेट के लिए 136 रन जोड़े. अय्यर के बाद राहुल और केदार जाधव ने तेजी से रन बना भारत को विशाल स्कोर तक पहुंचाया. राहुल ने अपनी नाबाद पारी में 64 गेंदों खेलीं जिनमें तीन पर चौके और चार पर छक्के लगाए. जाधव ने 15 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्के की मदद से 25 रन बनाए.

न्यूजीलैंड के लिए साउदी ने दो विकेट लिए. सोढ़ी और डी ग्रैंडहोम के हिस्से एक विकेट आया.