न्यूजीलैंड की तरफ से मार्टिन गप्टिल और हेनरी निकोल्स बल्लेबाजी करने आए. दोनों शुरू से ही काफी अच्छे शॉट्स खेल रहे थे. ऐसे में टीम ने 16 ओवरों में ही 90 से ज्यादा रन बना लिए थे. लेकिन जब दोनों ओपनर्स के बीच 93 रनों की साझेदारी हो गई थी तभी न्यूजीलैंड का पहला विकेट गिरा और हेनरी निकोल्स 41 रन बनाकर lbw हो गए. इसके बाद मार्टिन गप्टिल ने तेज खेलना शुरू किया और अपना अर्धशतक पूरा किया.
अब क्रीज पर टॉम ब्लंडल आए और दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 142 रनों तक पहुंचा दिया. लेकिन तभी ब्लंडल भी 22 रनों पर पवेलियन लौट गए. क्रीज पर अभी भी गप्टिल मौजूद थे. अब बल्लेबाजी के लिए पिछले मैच में शतक जड़ने वाले रॉस टेलर आए लेकिन उनके आते ही मार्टिन गप्टिल 79 रन बनाकर आउट हो गए.
इसके बाद न्यूजीलैंड की पारी बिखर सी गई और टीम ने 157 से लेकर 197 के बीच 5 विकटे गंवा दिए जहां एक भी साझेदारी नहीं हो पाई. यहां भारतीय गेंदबाजों के साथ फील्डर्स ने जिम्मेदारी निभाते हुए कई अहम रन आउट किए.
अंत में टेलर ही क्रीज पर बचे रहे और अपना अर्धशतक जमाया. इस बीच टीम ने 45 ओवरों में स्कोर को 220 के पार पहुंचा दिया था. इसके बाद काइली जेमिसन के साथ मिलकर टेलर ने टीम के स्कोर को 250 रनों के पार पहुंचा दिया. अंत के दो ओवरों में दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 273 रनों तक पहुंचा दिया.
भारतीय गेंदबाजी की अगर बात करें तो शार्दुल ठाकुर को 2 विकेट, जसप्रीत बुमराह को एक भी नहीं, सैनी को एक भी नहीं, चहल को 3, और जडेजा को 1 विकेट मिला.