भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए पांचवे और आखिरी टी20 मैच में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है. यहां टीम इंडिया ने आखिरी टी20 भी अपने नाम कर लिया है और भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड में सीरीज के साथ वाइटवॉश भी किया है. यहां टीम सभी मैच जीतने में कामयाब रही और न्यूजीलैंड को अंतिम टी20 में 7 रनों से हराकर ये मैच जीत गई.


न्यूजीलैंड की शुरूआत ही बेहद खराब रही थी जब टीम के टॉप 3 बल्लेबाज 17 रनों पर ही पवेलियन लौट गए. इसके बाद टीम इंडिया ने टीम पर दबाव बनाने की बेहद कोशिश कि लेकिन तभी टेलर और सेफर्ट के बीच साझेदारी होने लगी. इस बीच दोनों खिलाड़ियों के बीच 99 रनों की साझेदारी हुई लेकिन तभी सेफर्ट और टेलर ने दुबे और भारतीय टी20 क्रिकेट इतिहास का सबसे महंगा गेंदबाज बना दिया. दुबे को एक ओवर में 34 रन पड़े.


इसके बाद बुमराह और शार्दुल ने शानदार गेंदबाजी की और टीम के 7 विकेट 133 रनों पर गिरा दिए और एक भी बल्लेबाज चल नहीं पाया. इसके बाद भी विकेट गिरने का सिलसिला लगातार चलता रहा और अंत में टीम इंडिया ने ये मैच 7 रनों से जीत लिया

भारतीय बल्लेबाजी

टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड के सामने 164 रनों का लक्ष्य रखा. यहां राहुल के 45 और रोहित के 60 रनों की बदौलत टीम इंडिया ने ये स्कोर खड़ा कर दिया. रोहित शर्मा के घुटने में चोट लगने के कारण वो 60 रनों पर ही रिटायर्ड हर्ट हो गए.

भारत की बल्लेबाजी की अगर बात करें तो केएल राहुल और संजू सैमसन एक बार फिर टीम इंडिया के लिए बल्लेबाजी करने आए. दोनों ने ओपन करना शुरू किया इस बीच सैमसन को मौका देकर रोहित खुद तीसरे नंबर पर आए लेकिन संजू सैमसन एक बार फिर फेल हो गए और पिछले मुकाबले की तरह इस बार भी सस्ते में 2 रनों पर पवेलियन लौट गए.

इसके बाद टीम की कमान एक बार फिर रोहित और राहुल ने संभाली और दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 90 के पार पहुंचाया. लेकिन तभी 96 रनों के स्कोर पर राहुल 45 रन बनाकर आउट हो गए. राहुल ने 45 रन बनाए. इसके बाद कप्तान का साथ देने अय्यर आए और दोनों ने मिलकर बड़े शॉट्स लगाने शुरू किए. दोनों खिलाड़ियों ने टीम को स्कोर को 140 रनों के पार पहुंचाया.

इस बीच रोहित शर्मा के घुटने में चोट लग गई और उन्हें रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा. रोहित ने तब तक 60 रन बना लिए थे. रोहित के बाहर जाने के बाद दुबे बल्लेबाजी करने आए और फिर अय्यर के साथ मिलकर टीम के स्कोर को 145 के पार पहंचाया लेकिन तभी दुबे अपना कैच दे बैठे और वो आउट हो गए.

इसके बाद क्रीज पर मनीष पांडेय आए और उन्होंने तेजी से रन बनाना शुरू किया. टीम ने अंत में 3 विकेट खोकर 163 रन बनाए और न्यूजीलैंड को 164 रनों का लक्ष्य दिया था.